उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद अतीक अहमद के पुश्तैनी आवास पर एक बार फिर योगी सरकार का बुलडोजर चला। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक की जमीन पर बनी अवैध बाउंड्री वॉल को बुलडोजर से गिरा दिया है। अतीक के पुश्तैनी आवास को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 22 सितंबर साल 2020 को बुलडोजरों के जरिए ध्वस्त कर दिया था। लेकिन फिर हां अस्थाई तौर पर बाउंड्री वॉल खड़ी कर दी गई थी, जिस पर आज फिर बुलडोजर चल गया।
अतीक अहमद पर योगी और पीडीए की तरफ से चल रही थी कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पहले कार्यकाल में अतीक अहमद उनके गुर्गे और रिश्तेदारों की 250 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पर जिला प्रशासन और पीडीए की ओर से कार्रवाई की जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में अब फिर से कार्रवाई शुरू हो गई है। चकिया में पांच हजार वर्ग मीटर में कब्जा करके 600 वर्ग मीटर में मकान बनाया गया था। उसे डेढ़ वर्ष पहले ढहाया गया। दोबारा इसी क्षेत्र में अवैध निर्माण कर लिया गया, उसे सोमवार को गिरा दिया गया। दो बुलडोजर से एक घंटे तक कार्रवाई की गई।
पीडीए की टीम दो ढ़ाई बजे अतीक के घर पहुंची थी
दरअसल, इस दौरान सड़कों और छतों पर भीड़ लगी रही। पुलिस और पीएसी बल के साथ पीडीए की टीम दोपहर 2.35 बजे चकिया स्थित अतीक अहमद के पुस्तैनी मकान पहुंची। 2.55 बजे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई। सबसे पहले टिन शेड की बाउंड्री को तोड़ा गया। उसके बाद बैठने के लिए बनाए गए 30 मीटर बैठका को ढहाया गया। जोनल अधिकारी आलोक पांडेय, जोनल अधिकारी अजय कुमार, जेई बीएन सिंह सहित पीडीए की टीम मौजूद रही।
पीड़ित परिवार को आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब छह घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम कसया वरुण कुमार पांडेय ने पीड़ित परिवार को आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। क्षेत्रीय विधायक पीएन पाठक ने पीड़ित परिवार के बच्चों के पढ़ाई का जिम्मा लेते हुए न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। एसओ डीके सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर ली गईं है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
अतीक अहमद पर योगी और पीडीए की तरफ से चल रही थी कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पहले कार्यकाल में अतीक अहमद उनके गुर्गे और रिश्तेदारों की 250 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पर जिला प्रशासन और पीडीए की ओर से कार्रवाई की जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में अब फिर से कार्रवाई शुरू हो गई है। चकिया में पांच हजार वर्ग मीटर में कब्जा करके 600 वर्ग मीटर में मकान बनाया गया था। उसे डेढ़ वर्ष पहले ढहाया गया। दोबारा इसी क्षेत्र में अवैध निर्माण कर लिया गया, उसे सोमवार को गिरा दिया गया। दो बुलडोजर से एक घंटे तक कार्रवाई की गई।
पीडीए की टीम दो ढ़ाई बजे अतीक के घर पहुंची थी
दरअसल, इस दौरान सड़कों और छतों पर भीड़ लगी रही। पुलिस और पीएसी बल के साथ पीडीए की टीम दोपहर 2.35 बजे चकिया स्थित अतीक अहमद के पुस्तैनी मकान पहुंची। 2.55 बजे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई। सबसे पहले टिन शेड की बाउंड्री को तोड़ा गया। उसके बाद बैठने के लिए बनाए गए 30 मीटर बैठका को ढहाया गया। जोनल अधिकारी आलोक पांडेय, जोनल अधिकारी अजय कुमार, जेई बीएन सिंह सहित पीडीए की टीम मौजूद रही।
पीड़ित परिवार को आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब छह घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम कसया वरुण कुमार पांडेय ने पीड़ित परिवार को आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। क्षेत्रीय विधायक पीएन पाठक ने पीड़ित परिवार के बच्चों के पढ़ाई का जिम्मा लेते हुए न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। एसओ डीके सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर ली गईं है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।