कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को किसानों से गेहूं की कम खरीद पर निंदा की और सरकार से अधिकतम खरीद सुनिश्चित करने के लिए तारीख बढ़ाने का आग्रह किया। प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में कहा, ”उत्तर प्रदेश में, गेहूं की खरीद की अंतिम तिथि बीत चुकी है और सरकार कई किसानों से गेहूं नहीं खरीद पा रही है। यदि सभी किसानों से गेहूं खरीदना बयानबाजी नहीं थी, तो भाजपा सरकार उपार्जन की तिथि बढ़ा कर अधिक से अधिक खरीद सुनिश्चित करें अन्यथा बरसात के दिनों में किसानों से उपार्जित गेहूं बर्बाद हो जाएगा।
प्रियंका की टिप्पणी दो दिन बाद आई है जब उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखा था कि राज्य सरकार द्वारा उत्पादित केवल 14 प्रतिशत गेहूं की खरीद की गई है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कई गांवों में खरीद केंद्र बंद है और किसानों से कम गेहूं खरीदा गया है। इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया था कि ‘भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का जुमला दिया था, लेकिन आज उन्होंने किसानों को सड़कों पर ला दिया है। बांगरमऊ (उन्नाव) में वैकल्पिक व्यवस्था व जगह के अभाव में मकई की फसल सड़कों पर सुखाई जा रही है। क्या यही है भाजपा के विकास का रास्ता।’
सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर इन दिनों किसानों के ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइनें लगी हैं। हालांकि सरकार द्वारा 22 जून तक सरकारी केंद्र पर गेहूं की खरीद की गई, उसके बाद गेहूं की तौलाई न होने से किसान नाराज हैं। वहीं, अब किसानों ने विवश होकर गेहूं को सड़कों पर फेंकने की चेतावनी भी दी है। बुलंदशहर के स्याना में भाकियू कार्यकर्ताओं ने टोकिन दिए जाने के बावजूद गेहूं की खरीद न किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर प्रदर्शन किया तथा सरकार से गेहूं खरीद का समय बढ़ाने की मांग की।