कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश में ‘महिला विरोधी अपराधों’ का हवाला देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘महिला विरोधी सोच के अगुवा’ हैं।
सरकार के अधिकारियों व भाजपा के नेताओं ने बयान देकर “बलात्कार” न होने जैसी बातें कही थीं व पूरी सरकारी मशीनरी की ऊर्जा पीड़िता का चरित्र हनन करने में खर्च की गई थी। 2/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 14, 2021
उन्होंने हाथरस में एक साल पहले दलित युवती के साथ हुए कथित दुष्कर्म एवं हत्या के मामले का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘‘आज से एक साल पहले हाथरस में बलात्कार की भयावह घटना घटी थी और उप्र सरकार ने परिवार को न्याय व सुरक्षा देने की जगह धमकियां दीं थीं और उनसे बेटी के ससम्मान अंतिम संस्कार का हक भी छीन लिया था।’’
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी के मुताबिक, उस वक्त सरकार के अधिकारियों व भाजपा के नेताओं ने बयान देकर ‘बलात्कार’ न होने जैसी बातें कही थीं व पूरी सरकारी मशीनरी की ऊर्जा पीड़िता का चरित्र हनन करने में खर्च की गई थी। प्रियंका ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर इतना खराब रुख रखने वाली सरकार के मुखिया से आप संवेदनशीलता की आस रख भी कैसे सकते हैं?’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वैसे भी उप्र के मुख्यमंत्री महिला विरोधी सोच के अगुआ हैं। वो कह चुके हैं कि महिलाओं को स्वतंत्र नहीं होना चाहिए।’’
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘अब्बा जान’ वाले बयान की पृष्ठभूमि में मंगलवार को उन पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि ‘जो नफरत करे, वह योगी कैसे हो सकता है।’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जो नफ़रत करे, वह योगी कैसा!’’