कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को लेकर तंज कसा। कांग्रेस महासचिव ने उत्तर प्रदेश में कुछ परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी सरकार को उत्तर प्रदेश में ‘पेपर लीक पर चर्चा’ करनी चाहिए।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘बीजेपी सरकार को उप्र में ‘पेपर लीक पर चर्चा’ करनी चाहिए। पिछले साल 28 नवंबर को यूपी टीईटी पेपर लीक से लाखों युवाओं को आघात लगा था। कार्रवाई के नाम पर दिखावटी कदमों के अलावा कुछ नहीं हुआ।’’
भाजपा सरकार को उप्र में ‘पेपर लीक पर चर्चा’ करनी चाहिए। पिछले साल 28 नवंबर को यूपी टीईटी पेपर लीक से लाखों युवाओं को आघात लगा था।
एक्शन के नाम पर दिखावटी कदमों के अलावा कुछ नहीं हुआ। यूपी के युवा आजतक नहीं जान पाए कि यूपी सरकार के किस भ्रष्ट तंत्र ने पेपर लीक को अंजाम…1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 1, 2022
उन्होंने कहा, ‘‘उप्र के युवा आजतक नहीं जान पाए कि यूपी सरकार के किस भ्रष्ट तंत्र ने पेपर लीक को अंजाम दिया? नतीजतन, एक और पेपर लीक।’’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘इस बार भी सरकार दिखावटी कदमों के अलावा कुछ और नहीं कर रही है। पेपर लीक की खबर लिखने वाले पत्रकार को जेल भेजा जा रहा है। लेकिन, पेपर लीक करने वाला तंत्र सरकार में पैठ जमाए बैठा है। उस पर न कोई बुलडोजर चलता है, न कोई बदलाव आता है।’’
दरअसल, 30 मार्च को उत्तर प्रदेश बोर्ड की 12वीं क्लास का प्रश्नपत्र पेपर लीक होने के बाद 24 जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गई थी। परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। यूपी बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार पहले राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की चेतावनी दे चुकी है।