उत्तर प्रदेश में विधानसभा की सात रिक्त सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। इन उपचुनाव में 24.34 लाख मतदाता 88 प्रत्याशियों के भाज्ञ का फैसला करेंगे। मतदाताओं पर निर्भर है की वह किस आधार पर अपना प्रत्याशी चुने। लेकिन फिरोजाबाद में विकास के अभाव के चलते मतदाताओं ने मतदान का खुले तौर पर बहिष्कार किया।
क्षेत्र में विकास की कमी का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया। उनका कहना है कि “जब तक रोड नहीं, तब तक वोट नहीं। हमने इस बार चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है क्योंकि यहां कोई विकास कार्य नहीं हुआ है।
कोविड-19 के मद्देनजर मतदान दिवस को मतदान कार्मिकों एवं मतदाताओं की सुरक्षा के लिए थर्मल स्कैनर, हैंड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है। मतदेय स्थल पर प्रत्येक मतदाता की थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है।
मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर गाइड का भी वितरण किया गया। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा सात सामान्य प्रेक्षक तथा सात व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 301 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 46 जोनल मजिस्ट्रेट, 76 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 333 माइको ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
उप चुनाव में मतदान के लिए 5127 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट, 6710 बैलट यूनिट तथा 5492 वीवीपैट तैयार किए गए हैं। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है। किटिकल बूथों पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 371 बूथों पर वेबकास्टिंग भी कराई जा रही है। मतों की गणना 10 नवंबर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी।