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सरकार और उसके कामकाज पर फिल्म बन सकती है तो ‘इमरजेंसी’ पर क्यों नहीं : BJP सांसद

आपातकाल फिल्म को लेकर कंगन के प्रयागराज के प्रस्तावित दौरे से खफा कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज कराया तो वहीं उनके समर्थन में बीजेपी की वरिष्ठ नेता एवं सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत में ‘‘इमरजेंसी’’ पर क्यों नहीं बन सकती।

हिंदी सिनेमा में अपने दमदार किरदार के साथ विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वह आपातकाल (इमरजेंसी) फिल्म को लेकर चर्चा में हैं, वह इस फिल्म में न सिर्फ इंदिरा गांधी का किरदार निभाएंगी, बल्कि उसका डायरेक्शन भी खुद ही करेंगी। फिल्म के बनने से पहले ही सियासी संग्राम छिड़ गया है।
फिल्म को लेकर उनके प्रयागराज के प्रस्तावित दौरे से खफा कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज कराया तो वहीं कंगना के समर्थन में बीजेपी की वरिष्ठ नेता एवं सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि दुनिया में सरकार और उसके कामकाज पर फिल्म बन सकती है तो भारत में ‘‘इमरजेंसी’’ पर क्यों नहीं बन सकती।
बीजेपी सांसद ने कहा कि कंगना एक सम्मानित कलाकार है। वह इमरजेंसी पर फिल्म बना रही हैं तो इसमें कांग्रेस को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। दुनियां में सरकार और उनके कामकाज को लेकर फिल्में बनी हैं, तब भारत में इमरजेंसी पर फिल्म क्यों नहीं बन सकती। इमरजेंसी की घटना को पूरे देश ने गलत माना है। ‘‘इंदिरा जी ने अपने जीवनकाल में, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने गलत माना, फिर उसपर फिल्म बनती है, आलोचना होती है, तब डरना नहीं चाहिए।’’ इतिहास में कुछ गलत हुआ है तो उसे सभी को जानना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान व्यक्ति को अपने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है। पूरे विश्व में कालखण्डों, घटनाओं, महापुरूषों, राजनेताओं, विद्वानों पर फिल्में बनी है और अब तो खिलाड़ियों पर भी फिल्में बनने लगी हैं। हर व्यक्ति को अपनी दृष्टी से इतिहास को परिभाषित करने का अधिकार है। कंगना रनौत फिल्म बनाना चाहती हैं तो ये उनका संवैधानिक अधिकर है, वह बनाएं।
जोशी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि एक ही घटना को किसी व्यक्ति ने चार तरीके से लिखा है। इतिहास तो घटनाओं का मूल्यांकन है। कंगना रानौत को पहले भी सुरक्षा दी गयी है। उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता महसूस होगी तो प्रदेश सरकार उनको सुक्षा मुहैया करायेगी जिससे वह स्वतंत्ररूप से अपनी फिल्म की सूटिंग कर सकें।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना करने का अधिकार है। उसकी अपनी सीमाएं है। अगर कांग्रेस को लगता है कि सीमाओं का उल्लंघन हुआ है या संवैधानिक रूप से गलत हुआ है तो कोर्ट के दरवाजे खुले हैं। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर बीजेपी उनके कथित समर्थकों को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद आ गयी। 
भारतीय राजनीति के इतिहास में जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश का मान सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ने के साथ एक नजीर भी पेश किया है। उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ किया गया तो उचित नहीं होगा।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगया है कि भाजपा ने अपने कथित समर्थक फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के कंधे पर बंदूक रखकर चलाने का प्रयास किया है। इंदिरा गांधी की बायोपिक पर फिल्म निर्माण करने प्रयागराज आनेवाली हैं। उन्होने कहा कि संगम नगरी इंदिरा गांधी की जन्म स्थली, कर्म भूमि और पृष्ठ भूमि रही है। 
इंदिरा गांधी जैसी त्याग की देवी और देश के लिए बलिदान देने वाली महिला के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ करने या उन्हे अपमानित करने का कार्य किया गया तो अभिनेत्री कंगना रनौत और बीजेपी कथित समर्थकों को याद रखना होगा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेगा, ईंट का जवाब पत्थर से देने का कार्य करेगा।

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