आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह के शनिवार को यानी आज अचानक से समाजवादी पार्टी के लखनऊ स्थित दफ्तर पहुंचने से उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल का दौर है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस खबर के बाद से अटकलों का दौर शुरू हो गया है, कयास लगा जा रहे हैं कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आप और सपा के बीच गठबंधन हो सकता है।
संजय सिंह ने अखिलेश से मुलाकात की बात स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने सपा अध्यक्ष को जन्मदिन की बधाई दी और प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात लखनऊ स्थित सपा के प्रदेश मुख्यालय में हुई। राज्य में विधानसभा चुनावों में चंद महीने बाकी रह गए हैं, ऐसे में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी की अखिलेश से मुलाकात के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर संजय सिंह ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
इस सवाल पर कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का गठबंधन हो सकता है, सिंह ने कहा, हम अभी इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकते। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। आम आदमी पार्टी राज्य के सियासी मैदान में अपने कदम जमाने की कोशिश कर रही है और विभिन्न मुद्दों पर राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार को घेर रही है।
बता दें कि बीते दिन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती ने कहा था कि समाजवादी पार्टी की यह लाचारी है कि वह उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव छोटी पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ऐसा इसलिए करने पर मजबूर हैं क्योंकि देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज्यादा बेहतर समझती हैं।
दरअसल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी बड़े राजनीतिक दल से गठबंधन से साफ इंकार कर चुके हैं। उन्होंने कुछ समय पहले कहा था कि समाजवादी पार्टी छोटी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेगी।