यूपी में फिरोजाबाद जिले में आज के दिन एक ऐसा वाक्या सामने आया जिसने स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं को हिला कर रखा दिया है। वहीं, फिरोजाबाद जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहर बनाने के लिए हर प्रकार के दावे किए जाते है लेकिन हकीकत कुछ ओर ही बताई जा रही है जिसमें ट्रामा सेंटर में आर गंभीर मरीजों का इलाज टॉर्च रोशनी से किया जा रहा है। लेकिन ऐसा कोई भी चौकाने वाली बात नहीं आये दिन ऐसा होता ही रहता है।
मोबाइल की रोशनी से हुआ घायलों का इलाज
मिली जानकारी के मुताबिक फिरोजाबाद में करीब तकरीबन आधे घंट तक ट्रामा सेंटर में पूर्ण रूप से अधकार छाया रहा जिसकी वजह से मोबाइल की रोशनी में स्वास्थ्य कर्मचारी के मरीजों का इलाज करते हुए देखा गया । आपकों बता दे कि सड़क हादसे में एक व्यक्ति के टांके भी मोबाइल की रोशनी से ही लगाए गए। जिससे देखकर कर्मचारी पूरी तरीके से विवश हो गए
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी सड़क दुर्घटना के केसों में इसी तरह का मामला सामने आया था जिसने लोगों को चौंका दिया था । वहीं, इसी को देखते हुए स्वास्थअय के सीनियर अफसर भी इस ठोस निर्णय को लेते नहीं दिखाई दे रहे है।