गुजरात के राजकोट से 1250 प्रवासी मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार सुबह बलिया रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन के पहुंचने के बाद सभी की मेडिकल जांच के बाद रोडवेज की बसों से उनके गन्तव्य स्थान के लिए रवाना कर दिया गया। उधर लखनऊ में भी गुजरात के आनंद से एक विशेष ट्रेन बुधवार सुबह 1262 श्रमिकों को लेकर पहुंची जहां से 50 बसों में उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। बाद में दोपहर बाद गुजरात के ही विरंगम से एक ट्रेन लखनऊ पहुंची, इस ट्रेन से 1300 श्रमिक वाापस लौटे। वहीं सूरत से 1000 श्रमिकों को लेकर एक ट्रेन दोपहर बाद गोरखपुर पहुंची।
बलिया के जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही ने बताया कि गुजरात के राजकोट से 1250 लोगों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज सुबह बलिया रेलवे स्टेशन पहुंच गई। उन्होंने बताया कि इनमें तकरीबन साढ़े छह सौ श्रमिक बलिया जिले के तथा शेष श्रमिक पड़ोसी मऊ, देवरिया, आजमगढ़, गाजीपुर के साथ ही फतेहपुर व कानपुर के थे। उन्होंने बताया कि बलिया पहुँचने के बाद सभी श्रमिकों की मेडिकल जांच करायी गयी तथा इसके बाद उनको राज्य सड़क परिवहन निगम की 50 बसों से उनके गन्तव्य के लिए रवाना कर दिया गया ।
उन्होंने बताया कि सभी को 21 दिनों तक घर पर पृथकवास में रहने की हिदायत दी गई है। मेडिकल जांच में जिस श्रमिक में कोई लक्षण मिलेगा, उसको पृथक इकाई में रखा जायेगा । रोडवेज बसों में बैठ रहे मजदूरों ने पत्रकारों को बताया कि उनसे राजकोट से ट्रेन में यात्रा करने के लिए कोई किराया नहीं लिया गया। जिले के बांसडीह इलाके के रहने वाले राजेश ने बताया कि राजकोट से चलने के बाद जयपुर में ही खाने का पैकेट व पीने का पानी उपलब्ध करा दिया गया था। बलिया स्टेशन पर भी सबके लिए चाय-नाश्ता की व्यवस्था की गई थी। राजपुर ग्राम के दुर्गेश चौहान, मऊ के हलधरपुर इलाके के मनोज कुमार चौहान ने भी स्वीकार किया कि रेलवे ने यात्रा को लेकर उनसे कोई किराया वसूल नहीं किया है।
उधर लखनऊ में उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने बुधवार को एक बयान में बताया कि सुबह साढे आठ बजे 1262 प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन लखनऊ पहुंची। जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराकर उन्हें भोजन और पानी देकर पचास सरकारी बसों से उनके गंतव्य जिलों तक पहुंचाया गया । उन्होंने कहा कि इस ट्रेन में आने वाले अधिकतर यात्री गोरखपुर, देवरिया, प्रयागराज, प्रतापगढ़, फर्रूखाबाद, कासगंज, जौनपुर, हाथरस, जालौन और हरदोई के थे। इन सबको 50 बसों से उनके जिलों में पहुंचाया गया।
राजशेखर ने बताया कि दोपहर बाद करीब एक बजे गुजरात के विरंगम से एक श्रमिक ट्रेन लखनऊ पहुंची जिसमें 1300 श्रमिक सवार थे। इन सभी की स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें भोजन पानी देकर 49 सरकारी बसों से इनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन से आने वाले श्रमिकों को उनके गृह जनपद गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, प्रयागराज, प्रतापगढ., फर्रूखाबाद, जौनपुर, बलिया, जालौन और हरदोई जिलों में भेजा गया।
गोरखपुर से प्राप्त खबर के अनुसार करीब 1000 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक विशेष ट्रेन बुधवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंची। एसडीएम सदर गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया, ‘‘बुधवार दोपहर बाद सूरत से एक विशेष ट्रेन गोरखपुर पहुंची है। इसमें सवार सभी को स्वास्थ्य जांच करने के बाद बस में बैठाया गया।” उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डी वी सिंह ने बताया कि गुजरात से आये इन श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये 110 सरकारी बसों की व्यवस्था की गयी।