आगरा से वे ग्रेटर नोएडा तक 165 किलोमीटर यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा पर लगा प्रतिबंध 15 फरवरी से हट जाएगा। हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा पूर्व की तरह 75 किमी प्रति घंटा से बढ़कर 100 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। भारी वाहनोंं की गति सीमा 55 किमी प्रति घंटा से 60 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। बता दें कि कोहरे के चलते 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की गति कम कर दी गई थी।
यमुना एक्सप्रेस-वे के खंदौली टोल प्रभारी तुलसीराम गुर्जर ने बताया कि कोहरे में बढ़ते हादसों की रोकथाम के लिए यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण द्वारा 15 दिसंबर 2021 को गति सीमा पर प्रतिबंध लगाया गया था। अब 15 फरवरी से गति सीमा पर लगा प्रतिबंध हटा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दुर्घटना पर विराम लगाने को एक्सप्रेसवे पर दोनों तरफ एलईडी लाइट व सेंट्रल वर्ज लगे पौधों की ऊंचाई 1.5 सेंटीमीटर करने का कार्य हुआ है।
प्रमुख वजह सेंट्रल वर्ज पर लगे पत्थर भी
तुलसीराम गुर्जर ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना की एक प्रमुख वजह सेंट्रल वर्ज पर लगे पत्थर भी थे, सेंट्रल वर्ज से पत्थरों को हटाकर दोनों साइड में थ्राइस पिलर (अंग्रेजी का डब्लू लेटर के आकर वाला) क्रश बीम बैरियर लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि थ्राइस पिलर क्रश बीम बैरियर लगने से तेज रफ्तार से टकराने वाले वाहनों की गति का असर कम होगा।
बीते दो महीने में 32 दुर्घटनाएं, आठ लोगों की मौत
तुलसीराम गुर्जर ने बताया कि 15 दिसंबर 2021 से अब तक एक्सप्रेस-वे पर कुल 32 दुर्घटनाएं हुई है, इनमें आठ लोगों की मौत हुई है। मौत वाली घटनाएं चालकों को नींद आने के कारण हुई है। एक भी घटना स्पीड से संबंधित नहीं है।