माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।अतीक हत्याकांड को लेकर निष्पक्षक जांच के लिए याचिका दायर की गई हैं। इन दो याचिकाओं के दायर होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में कैवियट दाखिल करते हुए कह है कि इस मुद्दे पर बिना सरकार का पक्ष सुने किसी प्रकार का कोई फैसला न दिया जाए।
अतीक हत्याकांड में सुनवाई
बता दें पहली याचिका वकील विशाल तिवारी ने दाखिला की है तो वहीं दूसरी पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने दायर की। दरअसल 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर पुलिस कस्टडी में तीन शूटर्स ने अतीक-अशरफ को गोलियों से भून दिया था। वकील विशाल तिवारी ने अपनी दायर याचिका में इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति गठित करने की मांग की है।
लेटर पिटीशन में कही अहम बातें
वहीं पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अपनी दायर याचिका में हत्या मामले की सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की।उन्होंने लेटर पिटीशन में कहा अतीक अहमद-अशरफ भले ही अपराधी क्यों न हो जिस तरह से उनकी हत्या हुई ये घटना राज्य पोषित होने की संभावना को दर्शाती है।
19 अप्रैल को अतीक हत्याकांड का सीन रिक्रिएट किया था
आपको बता दें अतीक हत्याकांड मामले में न्यायिक जांच आयोग और एसआईटी के सदस्यों ने 19 अप्रैल को क्राइम सीन को रिक्रिएट किया गया। ताकि पुलिस को सुबुत मिल सके। इस हत्याकांड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद शूटर्स ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
शूटर्स की पहचान लवलेश सनी और अरुण के नाम से हुई है।