उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। महंगाई, कानून-व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी ने आज पैदल किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नतृत्व में पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ अपने पार्टी कार्यालय से राज्य विधानसभा तक मार्च निकाला।
मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक
सपा के पैदल मार्च को देखते हुए लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गईं थी। महंगाई, कानून-व्यवस्था और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी ने अपनी रणनीति बनाई है।वहीं मानसून सत्र से एक दिन पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और सभी दलों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग का अनुरोध किया।
विधानसभा अध्यक्ष महाना ने विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 19 सितंबर से शुरू हो रहे विधानमंडल के द्वितीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अनुरूप रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
सपा का प्रदर्शन जनता के हितों से जुड़ा हुआ नहीं : उप मुख्यमंत्री
सपा के मार्च पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिसे मार्च का नाम देकर विरोध प्रदर्शन कर रही है वो जनता के हितों से जुड़ा हुआ है ही नहीं। अगर उन्हें जनता से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा करनी है तो सदन में करनी चाहिए, जो कार्यवाही का हिस्सा बने। सरकार चर्चा के लिए तैयार है।