उत्तर प्रदेश में इस वक्त जबरदस्त गहमागहमी चल रही है। पूरे देश की निगाहें उत्तर प्रदेश पर टिकी हैं क्यों कि अब चुनाव की आहट करीब आती जा रही है। भाजपा 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार मंथन कर रही है। इस बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को कहा कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, यह पार्टी संसदीय बोर्ड तय करेगा।
मौर्य ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा प्रदेश का अगला विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ेगी, इसका फैसला भाजपा का सामूहिक नेतृत्व और संसदीय बोर्ड करेगा। उनसे पूछा गया था कि क्या प्रदेश का अगला विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा? सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जा रहा है।
भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। सपा, बसपा और कांग्रेस की तरह कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है। भाजपा का सामूहिक नेतृत्व है, राष्ट्रीय संगठन है। संसदीय बोर्ड तय करेगा कि किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। अभी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं।’’
मौर्य ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में चल रही है और कहीं कोई दिक्कत नहीं है। आगरा का दौरा करने के बाद बरेली पहुंचे उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि सपा, बसपा और फिर सपा शासनकाल के 15 साल में सरकारों ने जितना काम नहीं किया, उत्तर प्रदेश में हम लोगों ने चार साल के अंदर करके दिखाया है।
मौर्य ने 2022 में एक बार फिर पार्टी की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि भाजपा अगले चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगी और जो लोग मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं उनके ख्वाब चकनाचूर हो जायेंगे।