केंद्रीय मंत्री एवं सांसद स्मृति ईरानी ने रविवार को उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्रों के तौर पर विकसित किए गए 151 आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ‘सखी’ ऐप का उद्घाटन किया। जिलाधिकारी अरूण कुमार ने बताया कि स्मृति ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने से बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण मानकों तथा प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा में सुधार आएगा।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों को उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र बनाने के लिए किया गया प्रयास सराहनीय है। आगामी एक वर्ष में 500 और आंगनवाड़ी केंद्रों को उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित किया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 1943 आंगनवाड़ी केंद्र हैं जिनमें से 151 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रथम चरण में स्वयं सेवी संस्था ‘बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप’ (बीसीजी) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया गया है।
सखी एप्लीकेशन के जरिए वह सभी उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्रों को आवश्यक निर्देश देंगे। इसके अलावा आंगनवाड़ी में रहने वाले बच्चों के ऑनलाइन शिक्षण का कार्य भी इसी एप्लीकेशन के जरिए होगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत संबंधित ग्राम पंचायतों में उपलब्ध 14वें वित्त आयोग की धनराशि के माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के विकासखंड जगदीशपुर में 30, तिलोई में 30, बहादुरपुर में 12, भेटुआ में 11, सिंहपुर में 11, अमेठी में 10, बाजार शुकुल में 10, गौरीगंज में 10, मुसाफिरखाना में 10, शाहगढ़ में 10 तथा भादर में 6 कुल 151 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रथम चरण में उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करते हुए उनमें आधारभूत सुविधाओं के तहत बच्चों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के लिए जरूरी संरचना और उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।