उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निषाद वोटों पर नजर टिकाए बैठी समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बागी के बीहड़ों से राजनीतिक गलियारे में कदम रखने वाली बैंडिट क्वीन फूलन देवी की मां मूला देवी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।
फूलन देवी उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख चुनावी मुद्दे के रूप में उभर रही हैं। वहीं ये पहला मौका है जब अखिलेश ने बैंडिट क्वीन के परिवार से मुलाकात की हो। अखिलेश अपनी ‘समाजवादी विजय यात्रा’ के पहले चरण में हैं, जब उन्होंने मुला देवी से मिलने के लिए समय निकाला, जिन्होंने आने वाले चुनावों में उनकी सफलता की कामना की।
परिवार को हरसंभव मदद का वादा करने के अलावा, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जब उनकी सरकार बनेगी तो वह फूलन की हत्या की सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव सरकार ने 1994 में फूलन देवी के खिलाफ मामले वापस ले लिए थे और बाद में, राजनीति में उनका प्रवेश सुनिश्चित किया था।
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1996 में, फूलन देवी पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिजार्पुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद बनीं और 1999 में फिर से चुनी गईं। 2001 में, उनकी दिल्ली स्थित आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फूलन देवी का जन्म 1963 में जालौन जिले के घुरा का पुरवा गांव में निषाद समुदाय में हुआ था।
सपा की पिछड़ी जाति शाखा ने हाल ही में रायबरेली में उनकी प्रतिमा लगाने की कोशिश की, लेकिन अनुमति नहीं दी गई। वीआईपी नेताओं ने भी इसी तरह के प्रयास किए थे लेकिन उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था।