कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिला घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 40 प्रतिशत आरक्षण और 10 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज का वादा किया गया है। कांग्रेस का दावा है कि इतिहास में पहली बार महिलाओं के लिए यह घोषणा पत्र है।
लखनऊ में घोषणा पत्र जारी करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, हमने ‘महिला घोषणापत्र’ तैयार किया जहां हम कहना चाहते हैं कि हम वास्तव में उन्हें सशक्त बनाना चाहते हैं। हमें ऐसा माहौल बनाना होगा जहां उनकी राय से बेड़ियों को तोड़ा जा सके, जहां उन्हें राजनीति में पूरी भागीदारी मिले और समाज में उनकी भागीदारी हो जिससे उनका शोषण खत्म हो। उन्होंने कहा, सरकारी पदों में लगभग 9 प्रतिशत भागीदारी है, जिसे हम 40 प्रतिशत करेंगे।
घोषणापत्र में महिलाओं के लिए वादों की झड़ी
– महिला द्वारा संचालित छोटे व्यापारों में टैक्स से छूट
– मनरेगा में महिला को प्राथमिकता
– दुकानों का संचालन महिला द्वारा किया जायेगा
– 10 + 2 में लड़कियों को स्मार्टफोन
– बस में फ्री यात्रा मिलेगी
– विधवा को 500 रुपये पेंशन
– गरीब महिलाओं को फ्री इंटरनेट
– आवासीय खेल अकादमी बनवाई जाएंगी
– पुलिस बल में 25 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी
– बलात्कार जैसी शिकायत में नियमों का पालन न होने पर अधिकारी का निलंबन
– हर जिले में महिलाओं के लिए मुफ्त कानूनी मदद
– कोई भी बीमारी हो 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज
– मासिक धर्म से संबंधित दवाओं की मुफ्त आपूर्ति होगी
– हर एक सीएचसी में स्वस्थ शिक्षा केंद्र होगा, डॉक्टर भी महिला ही होंगी
छह हिस्से में बांटा गया घोषणा पत्र
प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं के लिए तैयार किए गए इस घोषणा पत्र को छह हिस्से में बांटा गया है। पहला स्वाभिमान, दूसरा स्वावलंबन, तीसरा शिक्षा, चौथा सम्मान, पांचवा सुरक्षा और छठा सेहत। इससे पार्टी राजनीति में महिलाओं की असमानता को ठीक करने की कोशिश करेगीे। संसद और विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अभी 14 प्रतिशत से भी कम है। जब महिलाओं को टिकट में ज्यादा मौके मिलेंगे, तो यह प्रतिशत बढ़ेगा।