उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में सीएम कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद पांच साल की बच्ची को स्कूल में प्रवेश मिल गया है। छात्रा के आधार कार्ड में नाम की जगह ‘मधु का 5वां बच्चा’ नामित किया गया था, जिसके चलते उसे स्कूल में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था। राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों और स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि उस लड़की का नाम आरती है, उसे प्रवेश दे दिया गया है। स्कूल की प्रिंसिपल सीमा रानी ने कहा कि महिला दो अप्रैल को अपनी बेटी के एडमिशन के लिए आई थी।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा हमने बच्ची मां से आधार कार्ड को ठीक कराने के लिए कहा था। फिलहाल बच्ची का स्कूल में एडमिशन हो गया है। बता दें कि, लापरवाही के चलते आधार कार्ड में बच्ची के नाम की जगह ‘मधु का 5वां बच्चा’ लिखा हुआ था, जिससे स्कूल में बच्ची को प्रवेश नहीं दिया गया। मामला सामने आने के बाद बदायूं की जिलाधिकारी हैरान रह गई। उन्होंने मामले की जांच के आदेश भी दिए।
सीएम योगी ने खुद लिया मामले का संज्ञान
लड़की की मां, मधु ने बताया था कि जब वह अपनी बेटी का दाखिला कराने के लिए स्कूल गई तो शिक्षक ने आधार कार्ड में उसका नाम देखकर मजाक उड़ाया और उसे प्रवेश देने से इंकार कर दिया। खबर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मामले का संज्ञान लिया और उनके निर्देश पर आरती को स्कूल में भर्ती कराया गया।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा हमने बच्ची मां से आधार कार्ड को ठीक कराने के लिए कहा था। फिलहाल बच्ची का स्कूल में एडमिशन हो गया है। बता दें कि, लापरवाही के चलते आधार कार्ड में बच्ची के नाम की जगह ‘मधु का 5वां बच्चा’ लिखा हुआ था, जिससे स्कूल में बच्ची को प्रवेश नहीं दिया गया। मामला सामने आने के बाद बदायूं की जिलाधिकारी हैरान रह गई। उन्होंने मामले की जांच के आदेश भी दिए।
सीएम योगी ने खुद लिया मामले का संज्ञान
लड़की की मां, मधु ने बताया था कि जब वह अपनी बेटी का दाखिला कराने के लिए स्कूल गई तो शिक्षक ने आधार कार्ड में उसका नाम देखकर मजाक उड़ाया और उसे प्रवेश देने से इंकार कर दिया। खबर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मामले का संज्ञान लिया और उनके निर्देश पर आरती को स्कूल में भर्ती कराया गया।