उत्तर प्रदेश एक बार फिर सांप्रदायिक चुनौतियों का सामना कर रहा हैं। बाबरी मस्जिद के विध्वंस की बरसी पर राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया हैं। हिन्दू महासभा द्वारा शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर किए गए ऐलान के बाद से ही पुलिस चप्पे-चप्पे पर पहरा दे रही हैं। दरअसल अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने 6 दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित शाही ईदगाह मस्जिद में लड्डू गोपाल का जलाभिषेक और हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास
आपको बता दें कि आज के दिन ही अयोध्या में विवादास्पद ढांचे को हिन्दूवादी संगठनों ने तोड़ दिया था। इसी के मद्देनजर मथुरा पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। आपको बता दें कि मथुरा में धारा 141 को लागू किया गया है। पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुरजोर प्रयास कर रही है। मथुरा में किसी तरह से सांप्रदायिक तनाव न फैले इसलिए पुलिस ने हिन्दूवादी संगठनों के सात-आठ नेता को उनके आवास पर नजरबंद किया है। बता दें कि शाही ईदगाह मस्जिद मस्जिद भी देश के उन विवादस्पद स्थानों में शामिल है जिसपर हिन्दू समुदाय लगातार अपना दावा करता रहा है। दरअसल माना जाता है कि श्रीकृष्ण के मंदिर को तोड़कर मुगल आक्रांताओं ने शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण किया था।
हिन्दू महासभा से सीएम योगी का कनेक्शन
देश के बहुत कम लोगों को इस बात का पता है कि उत्तर प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिन्दू महासभा के सदस्य रह चुके है। वह महासभा की टिकट से गोरखपुर लोकसभा का चुनाव जीत चुके है। उन्हें देश के हिन्दूवादी नेता की सूची में शामिल करने में इस संगठन का भी हाथ है।