उत्तर प्रदेश पुलिस के वाराणसी जोन के महानिरीक्षक (आईजी) एस के भगत ने कहा है कि, प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए संवेदनशील, अतिसंवेदनशील तथा सामान्य बूथों पर माहौल बिगाड़ने वालों में मृत हो चुके लोगों को पाबंद करने या गलत रिपोर्ट देने पर थाना प्रभारियों को दोषी मानते हुए दंडित किया जाएगा। भगत ने सोमवार को कहा कि, परिक्षेत्र के सभी पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया गया है कि, चुनाव में गड़बड़ पैदा करने वालों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही करें, लेकिन पिछले चुनावों की सूची को नजीर नहीं माना जाए।
प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने के लिए मतदाताओं पर बनाया जाता है दवाब
महानिरीक्षक ने बताया कि, विधानसभा चुनाव में बूथों पर प्रभावशाली, दबंग किस्म के लोग अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने के लिए मतदाताओं पर दबाव बनाते हैं पक्ष में मतदान नहीं करने पर मतदाताओं को धमकाते हैं इसको लेकर बूथों पर कई बार माहौल बिगड़ चुका है गोली चलने के साथ हत्या भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि, कुछ पुलिस कर्मियों की गलत रिपोर्टिंग के चलते मृत व्यक्तियों को पाबंद करने पर विभाग की किरकिरी होती है। कुछ पुलिसकर्मी क्षेत्र में एक स्थान पर बैठकर सूची बनाने के साथ पाबंद कर देते हैं, नाम बताने वाला व्यक्ति राजनीतिक भी होता है, ऐसे में राजनीतिक द्वेष की भावना से लोग नाम बता देते हैं।
सभी बूथों पर विशेष नजर रखने की है जरूरत
पुलिस अधिकारी ने कहा, बूथों पर माहौल खराब करने वालों को ही पाबंद करें उसमें राजनीतिक द्वेष नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि, संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है, कुछ अराजक तत्व बूथों पर किसी के पक्ष में मतदान कराने का ठेका लेते हैं। छोटे-बड़े सभी चुनाव में माहौल खराब करने के साथ उनका हस्तक्षेप रहता है, ऐसे लोगों पर विशेष नजर रखने के साथ कार्रवाई करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए उनके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने के साथ जेल भी परहेज न करें।