उत्तर प्रदेश में वस्तु एवं सेवा कर विभाग की अलग अलग जोन की टीमों ने व्यापक स्तर पर छापेमारी शुरू की है। इन टीमों ने जीएसटी चोरी करने या इसमें गड़बड़ी करने वाले व्यापारियों के ठिकानों पर दबिश देकर दस्तावेजों की पड़ताल शुरू कर दी है। इससे एक तरफ जहां प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का खुलासा हो रहा है, वहीं दूसरी ओर व्यापारियों व कारोबारियों ने विरोध भी शुरू कर दिया है। रविवार को ही ललितपुर के व्यापारियों ने राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ का घेराव किया। इसी प्रकार औरैया, फिरोजाबाद झांसी और महोबा में विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं।
कई बजारों में सन्नाट पसरा
जीएसटी विभाग की इस छापेमारी को देखते हुए कई बजारों में सन्नाट पसर गया है। व्यापारी व कारोबारी इस छापेमारी के डर से प्रतिष्ठान बंद कर गायब हो गए हैं। आरोप है कि विभाग की इस छापेमारी का खामियाजा ईमानदार व्यापारियों को भी भुगतनी पड़ रही है। जांच के लिए पहुंच रही टीम हर व्यापारी के प्रतिष्ठान में कुछ तकनीकी खामी निकालकर मोटा जुर्माना लगा रही है। यहां तक कि प्रतिष्ठानों को सीज करने की भी धमकी दी जा रही है। वहीं बाद में इस टीम द्वारा बिना टैक्स एसेसमेंट के जुर्माना जमा कराया जा रहा है।
कार्रवाई से ज्यादा अफवाह का दौर
जीएसटी विभाग की छापेमारी औरेया, झांसी, फिरोजाबाद, ललितपुर और कानपुर समेत कई अन्य जिलों में तो चल ही रही है, कई जिलों में इसकी अफवाह भी तेजी से फैल गई है। इस अफवाह से बाजार में इस कदर हड़कंप मचा हुआ है कि पूरी की पूरी मार्केट में धड़ाधड़ शटर बंद कर दी जा रही हैं। देखते ही देखते बाजारों में सन्नाटा पसर जा रहा है। जो दुकानें रजिस्टर्ड नहीं हैं, उनके दुकानदारों को तो कार्रवाई का डर है ही, पंजीकृत प्रतिष्ठानों के दुकानदार भी सहमे हुए हैं।
सरकार के विरोध में एकजुट हो रहे व्यापारी
नगर निकाय चुनावों से ठीक पहले शुरू हुई जीएसटी विभाग की इस कार्रवाई का पूरे प्रदेश में विरोध शुरू हो गया है। इस कार्रवाई को लेकर एक तरफ जहां व्यापारी व्यवसायी और कारोबारी सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं, वहीं विपक्ष भी मौका देखकर माहौल बनाने में जुट गया है। आशंका जताई जा रही है कि इस छापेमारी का असर आगामी नगर निकाय चुनावों में भी पड़ सकता है।
अखिलेश यादव ने की निंदा
जीएसटी विभाग की इस कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार और बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी व्यापारिक संगठनों को संयुक्त रूप से जीएसटी की पक्षपातपूर्ण छापेमारी का विरोध करना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने ट्वीट कर कहा कि समाजवादी पार्टी संकट की इस घड़ी में व्यापारियों के साथ है। व्यापारियों के प्रति सरकार का यह नकारात्मक दृष्टिकोण यूपी में व्यापार को और घटाएगा।