उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा गड़बड़ पकड़े जाने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि नकल माफिया सपा सरकार की देन हैं। पूरे शिक्षा व्यवस्था को सपा ने नकल माफिया के हाथों बेच रखा था।
सपा मुखिया के मुंह से भर्ती, परीक्षा और परिणाम की बात अच्छी नहीं लगती – उपमुख्यमंत्री पाठक
पाठक ने रविवार को आरोप लगाया कि जिनके घर शीशों के हों, उन्हें दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। नकल माफिया सपा सरकार की देन हैं। पूरे शिक्षा व्यवस्था को सपा ने नकल माफिया के हाथों बेच रखा था। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सपा मुखिया को सलाह है कि वह युवाओं को गुमराह करने के बजाय उन्हें सही राह दिखाएं।’’ पाठक ने कहा कि सपा सरकार में हर पद की बोली लगती थी और भर्ती के लिये होने वाली परीक्षा के परिणाम आते नहीं थे, जिन परीक्षाओं के परिणाम आते भी थे तो सालों साल लग जाते थे। इतना ही नहीं सपा सरकार में अखिलेश का पूरा कुनबा परीक्षा के पहले ही नौकरियों का सौदा कर लेता था। अखिलेश का शगल युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करना बन गया था। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया के मुंह से भर्ती, परीक्षा और परिणाम की बात अच्छी नहीं लगती।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘युवाओं के सपनों को रौंदने वालों को आज युवाओं की याद आ रही है, जिन्होंने सरकार में रहते कभी युवाओं के भविष्य के बारे में नहीं सोचा। सपा सरकार में पहले तो सरकारी नौकरी के लिए भर्ती निकलती नहीं थी। युवाओं के दबाव में अगर कोई भर्ती निकल भी गई, तो उसके लिए भी युवाओं को वर्षों इंतजार करना पड़ता था।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में हर भर्ती पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता और शुचिता के साथ पूरी हुई है। एक भी भर्ती में किसी अभ्यर्थी ने भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए हैं। यह साबित करता है कि सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर अति संवेदनशील है। राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा को लेकर एसटीएफ पहले से सक्रिय थी, जिसका नतीजा है कि 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।