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हरकत में आयी उत्तर प्रदेश पुलिस, तीन कांस्टेबल निलंबित, दूसरे वकील को मिली सुरक्षा

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी (सपा) ने कहा कि घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए योगी को इस्तीफा देना चाहिए।

देशभर में नाराजगी और तीखी प्रतिक्रिया के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस बृहस्पतिवार को हरकत में आयी और उन्नाव बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा के लिए लगाये गये तीन पुलिस कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया। इस बीच, राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर बलात्कार पीड़िता के परिजनों को अंतरिम मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये दिए। 
रविवार को सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाली पीड़िता की मौसी का बाराबंकी स्थित उनके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। सपा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है। बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा के लिए लगाये गये तीन पुलिसकर्मियों को डयूटी में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया गया। 
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एम पी वर्मा ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों के नाम सुदेश कुमार, सुनीता देवी और रूबी पटेल हैं। 
पीड़िता के एक अन्य वकील अजेन्द्र अवस्थी को भी जिला प्रशासन ने पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करायी है। अवस्थी ने रविवार की दुर्घटना के परिप्रेक्ष्य में सुरक्षा का आग्रह किया था। दुर्घटना में पीड़िता का एक वकील गंभीर रूप से घायल हो गया है। 
पीड़िता की मौसी का अंतिम संस्कार बाराबंकी स्थित उनके गांव में कर दिया गया ।
 
उनके शव को लखनऊ से कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबेहा थानाक्षेत्र स्थित गांव में लाया गया। अंतिम संस्कार उनके बेटे ने दो बेटियों की मौजूदगी में किया। मौसी के पति का पहले ही देहान्त हो चुका था। मौसी का शव पहुंचते ही परिवार वाले रोने बिलखने लगे। वहां पर आईजी और एसपी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल सुरक्षा में तैनात था। गांव के बाहर ही मौसी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 
मृतका की बेटी ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि उसकी मां की मौत हादसे में नहीं हुई बल्कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने यह दुर्घटना करवायी है। उसकी मां उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ पिछले नौ महीने से वहीं रहकर मामले की पैरवी करती थी। 
उसने कहा कि सारा किया-कराया विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का ही है और सेंगर की सोची समझी साजिश है। मां की मौत की भरपाई तो नहीं हो सकती है लेकिन सरकार से मांग है कि उसके भाई को नौकरी दी जाए और आर्थिक मदद की जाये। मोदी जी और योगी जी से यही मांग है ताकि हम लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। बाकी अब हम लोगों में इस मामले की लड़ाई लड़ने की हिम्मत नहीं बची है। 
गौरतलब है कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की, उसकी चाची और मौसी अपने वकील महेंद्र के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार महेश सिंह से रविवार को मुलाकात करने जा रही थीं। रास्ते में रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी। 
इस हादसे में मौसी और चाची को लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था जबकि पीड़िता और उसके वकील महेंद्र सिंह पिछले पांच दिन से किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में भर्ती है, जहां उनकी हालत स्थिर बतायी गयी है। चाची का बुधवार को उनके पैतृक गांव उन्नाव के माखी में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। 
पीड़िता लड़की ने 2017 में उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की गयी थी और इस वक्त सेंगर जेल में है। 
रायबरेली सड़क दुर्घटना के मामले की भी सीबीआई जांच आरंभ हो गयी है। उधर पीड़िता और उनके वकील की हालत बृहस्पतिवार को पांचवे दिन भी स्थिर बनी हुई है। पीड़िता जहां अब भी वेंटीलेटर पर है, वहीं वकील को भी कुछ देर के लिये वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया। 
केजीएमयू ने ऐसी किसी संभावना से इनकार किया कि पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। केजीएमयू ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉक्टर संदीप तिवारी ने बृहस्पतिवार दोपहर को ‘भाषा’ से कहा, ”पीड़िता को कई फ्रैक्चर हैं। साथ ही सीने में भी चोट है। पीड़िता की हालत स्थिर है। बहुत मामूली सुधार हुआ है लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता है। पीड़िता को अभी तक होश नहीं आया है।” 
उन्होंने बताया कि पीड़िता का सीटी स्कैन कराया गया था लेकिन सिर में कोई चोट फिलहाल नजर नहीं आयी है। इसके बावजूद सिर की चोट से इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि सिर की बहुत सी चोटें सीटी स्कैन में नजर नहीं आती हैं। पीड़िता की हालत स्थिर है और डाक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है और वह अब भी वेंटीलेटर पर है। उन्होंने बताया कि घायल वकील महेंद्र सिंह को कुछ देर के लिये वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया था। इस दौरान उनकी तबीयत स्थिर रही। बाद में फिर उन्हें वेंटीलेटर पर कर दिया गया। 
वहीं, समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह और आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर की तस्वीर लगा कर ट्वीट किया कि ”इन तीनों के हटे बिना पीड़ित बेटी को न्याय नहीं मिलेगा।” दिल्ली में विभिन्न वर्गों के व्यापक आक्रोश और विपक्षी दलों की तीखी आलोचना के बीच भाजपा ने आरोपी विधायक सेंगर को पार्टी से निकाल दिया है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को इस आशय की जानकारी दी। 
इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सेंगर को निष्कासित किए जाने के मामले पर ट्वीट कर कहा, ”भाजपा ने एक अपराधी को सशक्त बनाए जाने की बात स्वीकार की। स्वयं को सुधारने के लिए कदम उठाया।” उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी (सपा) ने कहा कि घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए योगी को इस्तीफा देना चाहिए। 
बृहस्पतिवार को ही उच्चतम न्यायालय ने उन्नाव बलात्कार प्रकरण से जुड़े सभी पांचों मामले उत्तर प्रदेश की अदालत से राष्ट्रीय राजधानी की अदालत में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार को यह निर्देश भी दिया 

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