उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है। उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है।
भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे।… pic.twitter.com/MPaIlaKLgj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
मुख्यमंत्री जी चाहें तो लापता सारस का कोई नामकरण भी कर दें लेकिन उसे ढूँढकर उसकी जान ज़रूर बचाएं।
वो सारस भी पूरे उप्र को वैसे ही प्रिय है, जैसे मुख्यमंत्री जी को गोलू।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही।
सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए। pic.twitter.com/7JZ5bywe8x
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023