उत्तर प्रदेश में अपराधी कितने बेखौफ है इसका पता उन्नाव जेल से लगता है। दरअसल, उन्नाव जेल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होते ही यूपी प्रशासन के होश फाख्ता हो गए। साथ ही साथ एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में है। हालांकि इस मामले में हेड जेल वार्डर समेत चार कारागार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
इस घटना पर राज्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, सरकार के साथ-साथ जेल महानिदेशक ने भी घटना का संज्ञान लिया है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि ऐसी कोई छोटी घटना नहीं होगी क्योंकि किसी को भी योगी राज में कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं है।
दरअसल, उन्नाव जेल में एक कैदी द्वारा तमंचा लेकर फिल्मी अंदाज में खड़े होने और बैरक में खाने-पीने की चीजें रखी होने संबंधी वीडियो सामने आया है। जेल में सजा काट रहे दो कैदी जेल के अंदर तमंचा लहराते हुए दिख रहे है। कैदी जेल के अंदर होटल जैसा मजा ले रहे हैं। इन्हें देखकर यही लगता है कि अपराधी जेल में नहीं होटल में हैं।
वीडियो के वायरल होते ही डीएम ने जेल अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाते हुए रिपोर्ट भी तलब करने की बात कही है। मामले में हेड जेल वार्डर समेत चार कारागार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गृह विभाग के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि उन्नाव जेल से संबंधित एक वीडियो में हत्या का सजायाफ्ता अमरीश और कई मामलों में जेल में बंद हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) आनन्द कुमार ने इसे गम्भीर विषय बताते हुए कहा कि मामले की जांच में पता चला है कि जेल में कुछ कर्मचारियों की मदद से जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिये यह घटना अंजाम दी गयी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जेल के हेड वार्डर माता प्रसाद, हेमराज, जेल वार्डर अवधेश साहू और सलीम खां की मिलीभगत पायी गयी है और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
आनन्द कुमार ने बताया कि वायरल हुआ वीडियो फरवरी माह का वीडियो है। इसमें दिख रहे बंदी अमरीश को मेरठ से जबकि गौरव को लखनऊ से उन्नाव जेल लाया गया था।