उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार बिजलीकर्मियों की भविष्य निधि के निवेश में हुए घोटाले की भरपाई इसके दोषियों की सम्पत्ति जब्त करके करेगी। मुख्यमंत्री ने ‘संविधान दिवस’ पर आयोजित राज्य विधानमण्डल के एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान विधान परिषद में अपने वक्तव्य में पीएफ घोटाले का जिक्र करते हुए कहा ”हम किसी भी कर्मचारी के हितों पर कुठाराघात नहीं होने देंगे।”
उन्होंने कहा ”जो भी इस घोटाले में लिप्त होगा, उसकी पूरी सम्पत्ति जब्त करके एक-एक कर्मचारी की पाई-पाई लौटाने का काम करेंगे।” योगी ने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे कतई बख्शेगी नहीं। सरकार ने यह कहा है तो वह करके दिखायेगी। पीएफ घोटाला मामले में गिरफ्तार किये जा चुके उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के पूर्व प्रबन्ध निदेशक ए.पी. मिश्र की तरफ इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”इस पूरे पीएफ घोटाले का मास्टरमाइंड पिछली (सपा) सरकार का सबसे प्रिय अधिकारी हुआ करता था। उसको जेल में ठूंसने का काम हमारी सरकार ने किया है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न विभागों से 1000 कर्मियों को नौकरी से निकाला
मालूम हो कि बिजलीकर्मियों की भविष्य निधि का निजी संस्था डीएचएफएल में गलत तरीके से निवेश किया गया है। डीएचएफएल से धन निकालने के बॉम्बे हाई कोर्ट के निर्णय के बाद पीएफ के करीब 2268 करोड़ रुपये उसमें फंस गये हैं। इस मामले को लेकर राज्य के बिजलीकर्मी आंदोलन कर रहे हैं।