तोक्यो: जापान की राजकुमारी माको को एक आम युवक से प्यार हो गया है। राजकुमारी ने भेदभाव को त्यागकर उसके साथ सगाई की घोषणा कर की। जापान के राजवंश में पुरूष सत्तात्मक प्रकृति को रेखांकित करने वाले कानून के मुताबिक राजकुमारी को इस सगाई की कीमत अपना शाही दर्जा खोकर अदा करना होगा। विवादास्पद परंपरा के तहत एक आम युवक से शादी के कारण अब माको शाही परिवार की सभी महिला सदस्यों की तरह मिलने वाला अपना शाही दर्जा खो देंगी। बहरहाल यह कानून शाही पुरूषों पर लागू नहीं होता है। माको (25) सम्राट अकिहीतो की सबसे बड़ी पोती एवं सम्राट के दूसरे पुत्र राजकुमार अकिशीनो की सबसे बड़ी बेटी हैं।
बहरहाल, टेलीविजन पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में अपनी सगाई की घोषणा करते हुए उन्होंने देश को बताया कि वह वाकई में खुश महसूस कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं बचपन से इस बात से वाकिफ थी कि जब मैं शादी करूंगी तो मुझे अपना शाही दर्जा छोड़ना होगा। शाही परिवार के सदस्य के तौर पर मैंने हर संभव सम्राट की मदद और अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। मैं अपने जीवन का आनंद ले रही हूं।’ विधि कंपनी में काम करने वाले उनके मंगेतर केई कोमुरो (25) ने कहा कि उन्होंने तीन वर्ष से अधिक समय पहले राजकुमारी को शादी का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने माको को ऐसी शख्सियत बताया जो चुपचाप मानो चांद की तरह उन्हें देखती रहती हो।
एक-दूसरे के लिए हैं चांद और सूरज
राजकुमारी माको और केई कोमुरो 2012 में टोक्यो की इंटरनेशनल क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी में मिले थे। कोमुरो ने माको को ऐसी शख्सियत बताया जो चुपचाप मानो ‘चांद की तरह ‘ उन्हें देखती रहती हो। राजकुमारी ने कहा कि उनकी (कोमुरो की) मुस्कान ‘सूरज की तरह’ है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कही शादी की बात…
- जापान के पब्लिक ब्रॉडकॉस्टर एनएचके की रिपोर्ट के मुताबिक, माको ने कोमूरो से बीते मई महीने में सगाई कर ली थी।
- हालांकि, प्रिंसेस माको और कोमूरो की ओर से इस संबंध में कोई बयान सामने नहीं आया था।
- रविवार को कपल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि जल्द ही शादी करने जा रहे हैं।
- बता दें प्रिंसेस माको जापान के राजा अकिहितो की सबसे बड़ी पोती हैं। 25 साल की प्रिंसेस माको ने टोक्यो के इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है।
- माको और केई की मुलाक़ात करीब पांच साल पहले तब हुई जब वो दोनों यूनिवर्सिटी में एक साथ पढ़ते थे। पहली मुलाकात रेस्टोरेंट में हुई थी।
- इसके बाद से ही दोनों का अफेयर चल रहा था। कोमूरो अब पेशे से टूरिज्म वर्कर हैं। वहीं, प्रिंसेस माको एक म्यूजियम में शोधकर्ता हैं।
अब रहेंगी आम महिला की तरह
- जापान की रॉयल फैमिली का नियम है कि परिवार का कोई भी मेंबर आम व्यक्ति से रिलेशन नहीं बना सकता। ऐसा करने पर उससे फैमिली से बेदखल कर दिया जाता है।
- जापान के कई दशकों पुराने कानून के अनुसार, आम नागरिक से विवाह करने पर फैमिली मेंबर को शाही परिवार छोड़ना होता है।
- कोमूरो एक आम नागरिक है और इसी के चलते माको भी एक कोमूरो की तरह आम नागरिक बन जाएंगी।