फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए पिछले दिनों सुझाव दिया था कि यदि रूस बातचीत के लिए तैयार होता है तो पश्चिमी देशों को उसकी सुरक्षा गारंटियों पर ध्यान देना होगा। अब वह अपने इस सुझाव के लिए आचोलना झेल रहे हैं। यूक्रेन और बाल्टिक देशों ने फ्रांस के सुझाव पर निशाना साधा है।
फ्रांस के एक निजी न्यूज़ चैनल में इंटरव्यू में मैक्रों ने कहा था कि यूरोप को अपनी सुरक्षा के लिए एक रोडमैप तैयार करना चाहिए। इसके अलावा यह भी सोचना चाहिए कि कैसे रूस को सुरक्षा की गारंटी दी जा सकती है। यदि रूस बातचीत की टेबल पर आता है तो उसको गारंटी देने पर विचार करना चाहिए।
रूस के बर्बर इरादों से सुरक्षा की गारंटी चाहिए
अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसे लेकर निशाना साधा है। ज़ेलेंस्की के सहयोगी मिखाइलो पोडोलियाक ने कहा कि मैक्रोन का सुझाव गलत था। रूस को सुरक्षा की गारंटी की जरूरत नहीं है, लेकिन दुनिया को उससे सुरक्षा की जरूरत है। पोडोलियाक ने ट्विटर पर लिखा, ‘सभ्य दुनिया को रूस के बर्बर इरादों से सुरक्षा की गारंटी चाहिए।
इसके अलावा यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी डेनिलोव ने कहा कि असैन्य और गैर-परमाणु रूस दुनिया के लिए सुरक्षा की सबसे अच्छी गारंटी होगा। यह न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया के हित में होगा।
पुतिन यूक्रेन पर हमले रोककर बातचीत के लिए तैयार
डेनिलोव ने बिना नाम लिए फ्रांस के राष्ट्रपति पर खूब निशाना साधा। वह एक ऐसा व्यक्ति है जो एक आतंकवादी और हत्यारे देश को सुरक्षा की गारंटी देना चाहता है। बता दें कि रूस ने इसी साल फरवरी में यूक्रेन पर हमला किया था। तब से आज तक लड़ाई जारी है और तमाम कोशिशों के बावजूद यूक्रेन और रूस बातचीत की मेज पर नहीं आ पाए हैं।
हालांकि पिछले हफ्ते इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर हमले रोककर बातचीत के लिए तैयार हैं तो हम भी इसके लिए तैयार हैं।