पूरी दुनिया इस समय खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ रही है। ऐसे में दुनिया के सामने एक खतरा सामने आया है। एयर इंडिया समेत कई अंतरराष्ट्रीय विमान कंपनियों ने 5जी मोबाइल फोन सेवा और जटिल विमानन प्रौद्योगिकियों के बीच हस्तक्षेप पर अनिश्चितता को लेकर बुधवार से अमेरिका के लिए उड़नों में कटौती कर दी है।
एयर इंडिया ने ट्वीट कर कहा-
#FlyAI: Due to deployment of the 5G communications in USA,we will not be able to operate the following flights of 19th Jan'22:
AI101/102 DEL/JFK/DEL
AI173/174 DEL/SFO/DEL
AI127/126 DEL/ORD/DEL
AI191/144 BOM/EWR/BOM
Please standby for further updates.https://t.co/Cue4oHChwx
— Air India (@airindiain) January 18, 2022
एयर इंडिया ने कहा कि दिल्ली से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को, शिकागो और जेएफके तथा मुंबई से नेवार्क के बीच अपनी उड़ानें रद्द कर दी गयी है। एयर इंडिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिका में 5त्र संचार की तैनाती के कारण हम 19 जनवरी से दिल्ली से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को, शिकागो और जेएफके तथा मुंबई से नेवार्क के बीच अपनी उड़नें संचालित करने में सक्षम नहीं होंगे।’’ एयरलाइंस ग्रुप का कहना है कि 5जी को पूरे यूएस में कहीं भी लागू किया जा सकता है। लेकिन एयरपोर्ट रनवे से 2 मील दूर तक इसको लागू नहीं किया जाना चाहिए।
भयावह संकट है सामने खड़ा
इसके बारे में FAA को लिखकर चिंता भी जताई गई है। यह लेटर यूएस आधारित एयरलाइंस ग्रुप ने लिखा है। इसमें कहा गया है कि 5जी की वजह से भयंकर विमानन संकट आ सकता है। बता दें कि एअर इंडिया के अलावा यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस भी अमेरिका और भारत के बीच उड़ान भरती है।
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जापान एयरलाइंस ने उठाया ये कदम
रिपोर्ट के मुताबिक अमीरात, एयर इंडिया, ऑल निप्पॉन एयरवेज और जापान एयरलाइंस ने अमेरिका के लिए उड़ानों में कटौती की घोषणा की है। अमीरात ने नौ अमेरिकी हवाई अड्डों बोस्टन, शिकागो ओ‘हारे, डलास फोर्ट वर्थ, ह्यूस्टन में जॉर्ज बुश इंटरकांटिनेंटल, मियामी, नेवार्क, ऑरलैंडो, सैन फ्रांसिस्को और सिएटल के लिए अपनी उड़नें रद्द किये जाने की घोषणा की है। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक हवाई अड्डों के पास 5जी सेल्यूलर एंटिना कुछ विमान उपकरणों से रीडिंग को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे पायलटों को यह पता चलता है कि वे जमीन से कितनी दूर हैं।