चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने सोमवार को विकास के लिए सुरक्षित एवं स्थिर वातावरण को बढ़ावा देने की खातिर एससीओ के सदस्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ समन्वय को और मजबूत किए जाने का आह्वान किया। भारत की मेजबानी में शंघाई सहयोग संगगठन (एससीओ) शासनाध्यक्षों की परिषद की 19वीं ऑनलाइन बैठक के दौरान अपने संबोधन में ली ने कहा कि एससीओ समूह के सदस्यों को सक्रिय रूप से विकास के लिए एक सुरक्षित और स्थिर वातावरण बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ” क्षेत्र में अनिश्चितता और अस्थिरता के बढ़ रहे कारकों के चलते, हमें क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।” ली ने कहा, ” महामारी का फायदा उठाने वाली आतंकी, अलगाववादी और उग्रवादी ताकतों से निपटने के लिए संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभ्यासों को जारी रखना चाहिए।”
वहीँ दूसरी तरफ पाकिस्तान ने डिजिटल बैठक के दौरान आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की। इसके साथ ही उसने नव-नाजीवाद और ‘इस्लामोफोबिया’ के कारण हाल में चरमपंथी और नस्लवादी घटनाओं में बढ़ोतरी को लेकर आगाह किया। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि फाइनेंशियल टास्क फ़ोर्स (FATF) की तरफ से बढ़ते जा रहे दबाव के कारण पाकिस्तान अब सार्वजनिक मंचों पर ऐसा करने के लिए बाध्य है।
बता दें कि विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार एससीओ देशों के शासनाध्यक्षों की परिषद की 19 वीं बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व विदेश मामलों के लिए संसदीय सचिव अंदलीब अब्बास ने किया। उन्होंने “विवादित क्षेत्रों” में आतंकवाद की निंदा करते हुए सुरक्षित पड़ोस बनाने की अनिवार्यता को रेखांकित किया।