भारत के पड़ोसी देश चीन ने फिर दिया संवेदनहीनता का प्रमाण, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत के बाद चीन ने भारतीय सेना के अनुशासन पर सवाल उठया। साथ ही ड्रैगन ने ग्लोबल टाइम्स में कहा कि इस घटना ने भारत के युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर कर दिया है।
CDS रावत की मृत्यु भारतीय सेना लिए साबित हो सकती है बड़ा झटका
चीन ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत को चीन ने भारतीय सेना की खामी का नतीजा बताया है। आगे कहा कि भारत के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी के चले जाने के बाद भी बॉर्डर पर दोनों देशों के आक्रामक रुख में बदलाव की कहीं कोई संभावना नहीं है। जनरल रावत की मौत शायद भारतीय सेना की आधुनिकीकरण योजना को भी बड़ा झटका दे सकती है।
चीन का दावा- भारत अनुशासनहीन मिलिट्री कल्चर के लिए मशहूर
चीन की ओर से उनके मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारतीय सेना को एक ढीली और अनुशासनहीन मिलिट्री कल्चर के लिए जाना जाता है और भारतीय सैनिक अधिकतर स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर और नियमों का पालन नहीं करते हैं। इसके आगे ड्रैगन ने कहा कि 2019 में भारत के विमानवाहक पोत में लगी आग और 2013 में एक भारतीय पनडुब्बी में विस्फोट सहित कई पिछली दुर्घटनाओं से यह समझा जा सकता है।
हेलीकॉप्टर क्रैश पर चीन ने कही यह बात
चीनी सरकार के मुताबिक तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई इस हेलिकॉप्टर क्रैश की दुर्घटना से बचा जा सकता था ओर जनरल रावत समेत सभी 12 लोगों की जान बचाई जा सकती थी। ड्रैगन ने कहा, मौसम में सुधार होने तक उड़ान को रोका जा सकता था। पायलट को और अधिक सतर्कता से उड़ान भरनी थी, हेलिकॉप्टर की बेहतर तरीके से देखभाल करनी थी। अखबार ने कहा है कि चीन-भारत सीमा क्षेत्रों में तैनात भारतीय सैनिकों सहित पूरी भारतीय सेना के लिए एक सामान्य समस्या है।