प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे से चीन तिलमिला गया है। शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी पक्ष को हालात बिगाड़ने वाले कदम नहीं उठाने चाहिए। दरअसल, पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लद्दाख का दौरा किया।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने अपनी रोजाना होने वाली ब्रीफिंग में कहा कि भारत और चीन लगातार सैन्य और डिप्लोमेटिक बातचीत के जरिए बॉर्डर पर जारी तनाव को कम करने में लगे हुए हैं। ऐसे में किसी भी पार्टी को कुछ भी ऐसा नहीं करना चाहिए, जिससे बॉर्डर पर तनाव पैदा हो।
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गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद प्रधानमंत्री ने आज का औचक दौरा किया। प्रधानमंत्री के इस दौरे से सभी चौंक गए। इस दौरान पीएम मोदी अग्रिम पोस्ट पर जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने निमू में एक अग्रिम स्थल पर थलसेना, वायुसेना एवं आईटीबीपी के कर्मियों से चर्चा की।
सीमा से प्रधानमंत्री ने चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा, विस्तारवाद का युग खत्म हो चुका है। अब विकासवाद का समय आ गया है। तेजी से बदलते हुए समय में विकासवाद ही प्रासंगिक है। विकासवाद के लिए अवसर है और विकासवाद ही भविष्य का आधार है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थिति है। पिछले दिनों सीमा पर भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच हिसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। जिसके बाद से दोनों देश के बीच तनाव व्याप्त है।