चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लॉकडाउन और अन्य सख्त उपायों के बावजूद चीन ने रविवार को कुल 13,287 नए दैनिक कोविड मामले दर्ज किए। जो फरवरी 2020 के बाद सबसे अधिक कोरोना मामले है। कोरोना वायरस महामारी की लहर का सामना कर रहे चीन में पिछले दिन 1,506 संक्रमित मामलों की पुष्टि की गई थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने रविवार को कहा, कोरोना के नए पुष्ट मामलों में से 1,455 स्थानीय रूप से प्रसारित हुए, 956 पूर्वोत्तर जिलिन प्रांत से और 438 शंघाई के वित्तीय केंद्र से पाए गए, जिस कारण लगभग पूरे शंघाई शहर को बंद कर दिया गया है।
चीन में बढ़ा कोरोना का कहर
बताते चलें कि चीन में सबसे अधिक मामले ओमीक्रॉन वेरिएंट के पाए जा रहे हैं। कोरोना महामारी का मौजूदा प्रकोप सख्त प्रतिबंधों के प्रति चीनियों के धैर्य की परीक्षा भी ले रहा है, क्योंकि बीजिंग में ऐसे समय में लॉकडाउन, सामूहिक परीक्षण और यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं जब दुनिया का अधिकांश हिस्सा फिर से खुल गया है। लाखों चीनी निवासियों ने पिछले महीने एक बार फिर किसी न किसी रूप में लॉकडाउन का सामना किया है, जिससे उनका काम बाधित हुआ है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है। देश में रविवार को 13,146 मामले दर्ज किए गए, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने एक बयान में कहा, "कोरोना से कोई नई मौत की पुष्टि नहीं की गई है।"
चीन में ओमीक्रॉन के सबसे अधिक मामले
फरवरी 2020 के मध्य के बाद से यह चीन का सबसे अधिक संक्रमण का आंकड़ा है। शंघाई की सड़कें रविवार को शांत थीं क्योंकि शहर भर में लॉकडाउन लागू है, लॉकडाउन को लेकर चीन के निवासियों में गुस्सा बढ़ रहा है। जो शुरू में सिर्फ चार दिनों तक चलने की योजना थी, लेकिन अब कई और दिनों तक खिंचने की संभावना है।
भारत में कोरोना वायरस का क्या है हाल?
2019 के अंत में वुहान में पहली बार कोरोना वायरस का पता चलने के बाद से चीन ने अपना सबसे खराब प्रकोप देखा था। बीजिंग, ग्वांगडोंग, जिआंगसु, शेडोंग और झेजियांग सहित 27 से अधिक चीनी प्रांतों और क्षेत्रों ने हाल ही में कोरोना वायरस के मामलों की सूचना दी है, जिनमें ज्यादातर मामले ओमीक्रॉन वेरिएंट के हैं। वहीं अगर बात करें भारत की तो रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटों में 1,096 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए और देश में सक्रीय मामले अब घटकर 13,013 हो गए हैं। भले ही भारत में कोविड मामलों में तेजी से कमी आई है, लेकिन एशिया और यूरोप के कुछ हिस्सों में कोरोना की वापसी ने चिंता बढ़ा दी है कि देश में महामारी का प्रकोप दुबारा न बरतें।