भारत समेत दुनिया के तमाम छोटे-बड़े देश कोरोना महामारी को झेल रहे हैं। कोरोन वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कोरोना वायरस का सामना कर रहे ईरान जैसे देशों पर लगाए गए किसी भी प्रतिबंध का तत्काल पुनः मूल्यांकन का आग्रह किया ताकि चिकित्सा तंत्र को ढहने से बचाया जा सके।
मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेत ने एक बयान में कहा कि इस अहम वक्त में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य कारणों और इन देशों के लाखों लोगों के अधिकार एवं जिंदगियों के समर्थन में, इन प्रतिबंधों में ढील देनी चाहिए या निलंबित कर देना चाहिए।
बाचेलेत ने आगे कहा कि वैश्विक महामारी के संदर्भ में अगर किसी देश के मेडिकल प्रयास कम होंगे तो यह हम सब के लिए खतरे को बढ़ा देगा। बाचेलेत की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एएफपी की गणना के मुताबिक, दुनिया भर में कोरोना वायरस से करीब चार लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 17,000 लोगों की मौत हुई है।
बाचेलेत ने ईरान को खासकर रेखांकित किया है, जो महामारी से बुरी तरह से प्रभावित देशों में शामिल है। वहां करीब दो हजार लोगों की मौत हो गई हैं। उन्होंने आगह किया कि यह संक्रमण ईरान के पड़ोसी मुल्कों अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी फैल रहा है जो उनकी कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव डाल रहा है। बयान में क्यूबा, उत्तर कोरिया, वेनेजुएला और जिम्बाबवे का भी जिक्र हैं।