चीन में कोरोना महामारी एक बार फिर अपने पैर तेजी से पसार रही है। चीन के कई शहरों में कोरोना संक्रमण मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इसी कड़ी में चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वहां लॉकडाउन लगा दिया गया है, जिसके कारण बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) ने कुछ परिचालन रोक दिए हैं। ये 2020 में महामारी की शुरूआत के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है। आपको बता दे कि ये जानकारी मीड़िया रिपोर्टस के द्वारा मिली हैं।
लॉकडाउन के कारण चिंता बढ़ी है
देशभर में लाखों लोगों को प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पूरे जिलिन प्रांत और प्रौद्योगिकी केंद्र शेन्जेन शामिल हैं, क्योंकि वहां रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इसमें टोयोटा, वोक्सवैगन और एप्पल आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन प्रभावित फर्मो में से हैं। मीड़िया रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन के कारण चिंता बढ़ी है कि महत्वपूर्ण आपूर्ति बाधित हो सकती है।
5,000 से ज्यादा मामले सामने आए
चीन में मंगलवार को 5,000 से ज्यादा मामले सामने आए, जिनमें से अधिकांश जिलिन में दर्ज किए गए। उत्तर-पूर्वी प्रांत के सभी 2.4 करोड़ निवासियों को सोमवार को क्वारंटीन आदेशों के तहत रखा गया। यह पहली बार है जब चीन ने महामारी की शुरूआत में वुहान और हेबेई में लॉकडाउन के बाद से पूरे प्रांत को प्रतिबंधित कर दिया है। जिलिन निवासियों को इधर-उधर जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है और जो कोई भी प्रांत छोड़ना चाहता है उसे पुलिस की अनुमति के लिए आवेदन करना होगा।
यह दक्षिणी शहर शेनझेन के 1.25 करोड़ निवासियों पर पांच-दिवसीय लॉकडाउन के एक दिन बाद आया, जिसमें सभी बसें और मेट्रो सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। लैंगफैंग शहर में, जो राजधानी बीजिंग की सीमा में है, वहां मंगलवार को साथ ही दक्षिणी प्रांत ग्वांगडोंग में डोंगगुआन ने भी तत्काल लॉकडाउन लगा दिया गया है।