संयुक्त राष्ट्र के लिए पाकिस्तान के स्थायी मिशन और उसके वाणिज्य दूतावास के बाहर बड़ी संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकियों ने पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रदर्शन किया और पाकिस्तानी आतंकवादी समूह जैशे मोहम्मद और उसके नेता मसूद अजहर के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की।
न्यूयार्क और न्यूजर्सी क्षेत्र के भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने मैनहटन स्थित पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास और स्थायी मिशन परिसरों के बाहर शुक्रवार दोपहर में पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। इन लोगों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। प्रदर्शन के दौरान इन लोगों ने अपने हाथों में भारतीय तिरंगा झंडा भी ले रखा था।
प्रदर्शनकारियों ने भारतीय झंडे के साथ ही अमेरिकी झंडा भी लहराया और आतंकवादी हमले के लिए न्याय की मांग की और कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस प्रदर्शन के आयोजकों में शामिल अमेरिकन इंडिया पब्लिक अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष जगदीश सेवहानी ने पीटीआई से कहा कि प्रदर्शन के जरिये पाकिस्तान को यह संदेश दिया गया कि ”अब बहुत हो गया। इस बार हम भूलेंगे नहीं।”
पुलवामा हमला : ट्रंप बोले – कुछ बड़ा कदम उठाने की सोच रहा है भारत
उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमला उन पाकिस्तानी आतंकवादियों के ‘‘ताबूत में आखिरी कील’’ होगा जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में बार बार भारत पर हमले किये हैं जिनमें 2001 में भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला, मुम्बई आतंकवादी हमला, पठानकोट और उरी हमले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा करने वाले प्रेस बयान से पाकिस्तान अलग थलग पड़ गया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करते है कि ”पाकिस्तान के साथ सभी कूटनीतिक संबंध तोड़ दें और उसे उसी भाषा में जवाब दें जो वह समझता है।” करीब 200 लोगों की भीड़ ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘पाकिस्तानी आतंकवादी मुर्दाबाद’ के नारे लगाये। इन लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर ‘वैश्विक आतंकवादी मसूद अजहर को सौंपो’, ‘पाकिस्तान आतंकवादियों को आश्रय देना बंद करो’, ‘पाकिस्तान आतंकवाद बंद करो’ और ‘पाकिस्तान आतंकवाद का वैश्विक निर्यात बंद करो’ नारे लिखे थे।
ओवरसीज फ्रेंड्स आफ भारतीय जनता पार्टी यूएसए अध्यक्ष कृष्ण रेड्डी अनुगुला ने कहा कि अमेरिका का भारतीय समुदाय ‘नृशंस’ हमले की निंदा करता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम मांग कर रहे हैं कि हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए और पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी आधारभूत ढांचे को नष्ट किया जाए।’’
उन्होंने कहा कि जैशे मोहम्मद प्रमुख अजहर को भारत को सौंपा जाए। उन्होंने आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना अैर उसकी गुप्तचर इकाई आईएसआई की ओर से मिलने वाले सहयोग की निंदा की। प्रदर्शन के एक समन्वयक गणेश रामकृष्णन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद को आश्रय देती है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तानी धरती से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पाकिस्तान में आतंकवाद की फैक्ट्री को नष्ट करने के लिए ठोस कदम उठाये जाएं। आयोजकों ने हमले की निंदा करने और कार्रवाई की मांग वाला एक ज्ञापन पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास और स्थायी मिशन को देने का प्रयास किया लेकिन परिसरों के प्रवेश द्वार प्रदर्शन के दौरान बंद रहे।