64 दिनों से जारी ‘महायुद्ध’ के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सहायता करने और हथियार पहुंचाने जैसे हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुतिन ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए यूरोपीय देशों को आगाह किया कि युद्ध में हस्तक्षेप किया तो रूस के पास उन देशों पर तत्काल हमले के लिए सभी साधन मौजूद हैं। रूस ने कहा कि पश्चिमी देशों से यूक्रेन को भेजी जा रही सैन्य सहायता युद्ध को और बढ़ावा दे रही है, उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश मिलकर रूस को टुकड़ों में बांटना चाहते हैं। पुतिन के मुताबिक ईयू देशों ने ही यूक्रेन को रूस के साथ जंग के उकसाया है।
व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय देशों को किया आगाह
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से जारी महायुद्ध में पश्चिमी देशों के हस्तक्षेप करने और रूस के खिलाफ किसी भी तरह का खतरा बनने पर उन देशों पर हमला करने की धमकी दी है। पुतिन ने कहा कि जवाबी कार्रवाई करने के लिए हमारे पास पर्याप्त हथियार हैं। उन्होंने कहा कि हमें घमंड नहीं है लेकिन अगर जरूरी हुआ तो हम इसका यूज करेंगे ताकि इसके बारे में सब जान लें। बता दें कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण 24 फरवरी को शुरू हुआ और सभी शहरों को मलबे में तब्दील कर दिया और 50 लाख से अधिक लोगों को विदेश भागने पर मजबूर कर दिया। पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की युद्ध लड़ने के लिए प्रतिबंधों लगाकर और हथियार पहुंचाकर सहायता की है।
यूक्रेन दौरा करेंगे UN महासचिव गुटेरेस
वहीं रूस की यात्रा के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने युद्धग्रस्त यूक्रेन पहुंचने की घोषणा की, जहां वह गुरुवार को राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे। बुधवार शाम को ट्विटर पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा मैं मास्को का दौरा करने के बाद यूक्रेन पहुंचा हूं। हम मानवीय सहायता का विस्तार करने और संघर्ष क्षेत्रों से नागरिकों को निकालने के लिए अपना काम जारी रखेंगे। जितनी जल्दी यह युद्ध समाप्त हो, उतना ही बेहतर – यूक्रेन, रूस और दुनिया के लिए।
UN प्रमुख ने मानवीय गलियारे को लेकर कही यह बात
बता दें कि पुतिन ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को यह भी बताया कि यूक्रेन का मुद्दा कीव में 2014 के ‘असंवैधानिक तख्तापलट’ के बाद पैदा हुआ था और डोनबास में लोग एक शांतिपूर्ण समझौते पर मिन्स्क समझौते के बाद भी नाकाबंदी और सैन्य दबाव में रहे। रूसी राष्ट्रपति के अनुसार, डोनबास ‘गणराज्यों’ को अपनी संप्रभुता की घोषणा करने का अधिकार है और रूस को उनकी स्वतंत्रता को पहचानने और उन्हें संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार पूर्ण सैन्य सहायता प्रदान करने का अधिकार है।
गुटेरेस ने एक संपर्क समूह बनाने का प्रस्ताव रखा जहां संयुक्त राष्ट्र, रूस और यूक्रेन एक साथ स्थिति पर चर्चा कर सकें ताकि मानवीय गलियारे वास्तव में प्रभावी हों। मॉस्को की अपनी यात्रा से पहले, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सोमवार को राजधानी अंकारा में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन से मुलाकात की।