किसान आंदोलन को लेकर भारत से सवाल पूछने वाले और ज्ञान देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के चलते अपने देश में आपातकाल लगा दिया है। इसके बावजूद देश के हालातों में कोई सुधार नहीं देखा गया है। दरअसल कनाडा की राजधानी पर कब्जा करने वाले ट्रक ड्राइवरों के नेतृत्व वाले प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को हड़ताल समाप्त करने का कोई संकेत नहीं दिखाया। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा आपात स्थिति अधिनियम लागू करने के एक दिन बाद भी ट्रक चालक अडिग दिखाई दिए। कनाडाई संसद के बाहर ट्रक के पहिए पर बैठे एक ड्राइवर ने कहा, ‘हम ट्रक वाले हड़ताल नहीं बंद करने वाले हैं।
आपातकाल के बावजूद अडिग है प्रदर्शनकारी
बता दें कि ट्रूडो का यह कदम कनाडा के इतिहास में दूसरी बार है जब शांतिकाल में ऐसी आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया गया है। प्रदर्शनकारियों को हटाने में विफल रहने पर तीव्र आलोचना का सामना करते हुए, ओटावा के पुलिस प्रमुख पीटर स्लोली ने मंगलवार को अचानक इस्तीफा दे दिया। स्लोली ने बार-बार कहा था कि प्रदर्शनकारियों को सुरक्षित रूप से हटाने के लिए उनके पास संसाधनों की कमी है, लेकिन एक अलग बयान में कहा गया कि अधिकारी “अब इस कब्जे को समाप्त करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।” तथाकथित “फ्रीडम कॉन्वॉय” की शुरुआत ट्रक ड्राइवरों ने अमेरिकी सीमा पार करने के लिए अनिवार्य कोविड टीकों के विरोध में की थी।
कोविड नियमों और सरकार के फैसले का हो रहा विरोध
लेकिन इसकी मांग तब से बढ़ गई है जब सभी महामारी स्वास्थ्य नियमों को समाप्त कर दिया गया है। कड़े प्रतिबंधों को नरम करने के नए कदम में संघीय अधिकारियों ने मंगलवार को अपनी सीमाओं पर आने वाले टीकाकरण यात्रियों के लिए कोविड चेक और नियमों में ढील देने की घोषणा की, जिसमें अब आरटी-पीसीआर परीक्षणों की आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री जीन-यवेस डुक्लोस ने कहा, “ये परिवर्तन न केवल इसलिए संभव हैं क्योंकि हमने ओमीक्रॉन की पीक को पार कर लिया है, बल्कि इसलिए कि कनाडाई सार्वजनिक स्वास्थ्य मार्गदर्शन का पालन कर रहे हैं।”
कनाडा के इतिहास में दूसरी बार लगा शांतिकाल में आपातकाल
आपत्काल लगाने के बाद ट्रूडो ने ट्रक ड्राइवरों से निपटने के लिए सेना बुलाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि समस्या से निपटने के लिए अन्य विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रक ड्राइवरों ने अमेरिका को कनाडा से जोड़ने वाले ऐंबेसडर ब्रिज को अवरुद्ध कर दिया है जिससे आयात और निर्यात भी रुक गया है। इससे कनाडा को बड़ा नुकसान हो रहा है। बता दें कि आपातकालीन अधिनियम, जिसे पहले युद्ध उपाय अधिनियम के रूप में जाना जाता था, का उपयोग पहले ट्रूडो के पिता, पूर्व प्रधान मंत्री पियरे ट्रूडो द्वारा 1970 के अक्टूबर संकट के दौरान किया गया था।