ब्रेन चिप को लेकर चर्चा में आयी एलन मस्क की कंपनी ने न्यूरालिंक अब गंभीर आरोपों के घेरे में आ गई ह।कंपनी के लोगों ने ही कहा कि मस्क के दबाव के कारण एनिमल टेस्टिंग की गति बढ़ानी पड़ी।जिसके कारण कई जनवाए मारे गए और अब उन पर हिंसा हो रही है।
11 करोड़ मौतों से मिल रही इंसानों को दवा, ब्रेन नाम की कंपनी आरोपों के घेरे में
अमेरिका की लैब में हर साल 11 करोड़ मौतें हो रही है । 11 करोड़ मौतें इसलिए हो रही है ब्रेन चिप को लेकर चर्चा में आयी एलन मस्क की कंपनी ने न्यूरालिंक अब गंभीर आरोपों के घेरे में आ गई है।कंपनी के लोगों ने ही कहा कि मस्क के दबाव के कारण एनिमल टेस्टिंग की गति बढ़ानी पड़ी।जिसके कारण कई जनवाए मारे गए और अब उन पर हिंसा हो रही है लेकिन कहा यह भी जा रहा है कि यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर ने इस पर जाँच बिठा दी है।
लैब में टेस्टिंग के लिए एनिमल्स लाने के होते हैं डीलर
ह्यूमन ट्रायल में लेने के लिए पशु पक्षियों के लिए मानक किए गए हैं तैयार आमतौर पर ह्यूमन ट्रायल से पहले हर प्रोडक्ट को पशु पक्षियों पर टेस्ट किया जाता है इनमें बंदर.खरगोश,चूहे,,मछली,घोड़े और कई तरह के पक्षी शामिल हैं। पहले इनमें चिंपैंजी भी थे लेकिन अब ज़्यादातर देशों में इन पर बैन लग चुका है यह अलग बात है कि इसके बाद भी कई लैब में चोरी छिपे चिंपैंजी का भी टेस्ट होता है।टेस्टिंग के लिए ले जाने वाले ज़्यादातर एनिमल इसी उद्देश्य से तैयार किए जाते हैं।
ऐसे पशुओं के डीलर अलग होते हैं जिनके पास इस काम का लाइसेंस होता है इसके अलावा जो डीलर होते हैं वो गोपनीय तरीक़े से काम करते हैं।टेस्टिंग के दौरान आप सोच रहे होंगे कि पशु किस हाल में रहते हैं।
टेस्टिंग के दौरान किस हाल में रहते हैं पशु पक्षी
टेस्टिंग के दौरान पशुओं को काफ़ी तक़लीफ में मिलती हैं यानी पूरी टेस्टिंग भी जिसमें वो अकेलापन और भूख झेलते हैं उन्हें स्टील के पिंजरे में रखा जाता है।दूसरे पशुओं को रोता हुआ चीखता हुआ सुनते हैं वैसे टेस्टिंग के दौरान ज़ख़्मी होने या मौत पर जुर्माना है लेकिन ज़्यादातर मामलों में उसका पता नहीं लग पाता।
एनिमल टेस्ट पर के कायदे क़ानून
क़ानून इस पर ये है कि हर देश में एनिमल टेस्ट पर अलग नियम कायदे हैं IPC के सेक्शन 428 और सेक्शन 429 के मुताबिक़ किसी भी पशु पक्षी को मारने पर सजा का प्रावधान है।चाहे वो पालतू हो या जंगली इन सबके बीच अहम बात ये है कि कॉस्मेटिक के लिए एनिमल टेस्टिंग बैन है ड्रग एंड कॉस्मेटिक के लिए क़ानून इसकी इजाज़त नहीं देता कि क्रीम पाउडर या लिपस्टिक शैंपू के लिए किसी भी पशु पक्षी को नुक़सान पहुँचाया जाए।हालाँकि ये काम भी छुपकर धड़ल्ले से किया जाता है फ़िलहाल अमेरिका की लैब में हर साल हो रही 11 करोड़ मौतें होना चिंताजनक है।