ताजिकिस्तान में आज आयोजित होने वाले हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। बता दें कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी इस सम्मेलन में मौजूद रहेंगे। इस सम्मलेन पर सभी की नज़रें बनी हुई है। लोगों में इस बात की दिलचस्पी है कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच इस दौरान बातचीत होगी या नहीं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ताजिकिस्तान में होने वाले इस सम्मलेन में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर दुशांबे पहुंच चुके हैं। वहीँ भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच कोई बैठक पहले से तय नहीं है। बैठक को लेकर चर्चा इसलिए भी की जा रही है क्योंकि हाल ही में इमरान खान और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत के लिए सकारात्मक बयान दिए हैं जिससे कि इस सम्मलेन में दोनों देशों के बीच बातचीत की सम्भावना और अधिक बढ़ रही है।
वहीँ इससे पहले 23 मार्च को PM मोदी ने इमरान खान को बधाई का पत्र भी भेजा था और जब इमरान खान कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे तो PM मोदी ने ट्वीट कर इमरान खान के अच्छे स्वास्थ्य की कामना भी की थी। बीते सोमवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान और तुर्की के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा की थी। उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ के साथ अपनी मुलाकात को सकारात्मक बताया था और कहा था कि चाबहार पोर्ट परियोजना समेत तमाम अन्य मामलों को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत हुई थी। चाबहार पोर्ट परियोजना की बात करें तो इस पर भारत, ईरान और अफगानिस्तान मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि व्यापार संबंधी गतिविधियों को रफ़्तार मिल सके।