नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद द्वारा आलोचना किये जाने के परिप्रेक्ष्य में विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को उनसे भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी किये जाने से परहेज किये जाने की अपील की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मलेशियाई प्रधानमंत्री की टिप्पणी तथ्यात्मक रूप से गलत है तथा हम उनसे अपील करते हैं कि वह भारत के आंतरिक घटनाक्रम पर विशेषकर तथ्यों को सही रूप से समझे बिना टिप्पणी करने से परहेज करें।
विदेश मंत्रालय का यह बयान मलेशियाई प्रधानमंत्री की उस टिप्पणी के संदर्भ में सामने आया है जिसमें कहा गया था कि लोग (भारत में) इस कानून के कारण मर रहे हैं। ऐसा करने की आवश्यकता क्यों है जब 70 वर्षों से वे सभी नागरिक के रूप में किसी समस्या से परे रह रहे हैं।