अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीनेट द्वारा उनके खिलाफ शुरू किए जाने वाले महाभियोग के मामले की सुनवाई के लिए अपनी कानूनी टीम की घोषणा की है। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई 8 फरवरी को शुरू की जाएगी। दूसरी बार महाभियोग की कार्यवाही का सामना करने वाले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास के पहले राष्ट्रपति होंगे। वहीं, व्हाइट हाउस से विदा होने के बाद महाभियोग की कार्यवाही का सामना करने वाले ट्रंप ऐसे पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं।
अमेरिकी संसद पर 6 जनवरी को हुए हमले को भड़काने के मामले में डेमोक्रेट सदस्यों के साथ ही 10 रिपब्लिकन सांसदों ने भी 13 जनवरी को ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही का समर्थन किया था। महाभियोग पर सुनवाई के लिए सीनेट में 2 तिहाई मतों की जरूरत होगी। वर्तमान में 100 सीटों वाली सीनेट में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों दलों के 50-50 सदस्य हैं। 2 तिहाई बहुमत के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी को रिपब्लिकन पार्टी के कम से कम 17 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, मशहूर वकील डेविड स्कोन और ब्रूस एल कैस्टर जूनियर उनकी टीम की अगुवाई करेंगे। दोनों ही वकीलों ने पिछले सप्ताह महाभियोग को असंवैधानिक बताया था। स्कोन ने कहा,‘‘अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप और अमेरिका के संविधान का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात है।’’ वहीं कैस्टर ने कहा,‘‘45वें राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलने को मैं सौभाग्य की बात समझता हूं। हमारे संविधान की मजबूती की ऐसी परीक्षा पहले कभी नहीं हुई।’’
बता दें कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में हार स्वीकार नहीं की थी और वह 3 नवम्बर को हुए चुनाव में धोखाधड़ी के दावे कर रहे थे। ट्रंप के इन दावों के बीच, कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में उनके समर्थकों ने धावा बोला था और हिंसा की थी, जिसमें कैपिटल पुलिस के एक अधिकारी तथा चार अन्य लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद संसद ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही का फैसला किया।