अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों की वजह से हालात बिगड़ गए है। करीब छह राज्यों और कम से कम 13 बड़े शहरों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। देश में पिछले कई दशकों में सबसे खराब नागरिक अशांति माना जा रहा है। देश भर में नेशनल गार्ड के करीब 67,000 सैनिकों को तैनात किया गया है।
टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन शहर में बुधवार को हजारों लोगों ने अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के खिलाफ सड़कों पर उतर कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन जॉर्ज फ्लॉयड के परिवार की ओर से आयोजित किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से एक पार्क से ह्यूस्टन सिटी हॉल की ओर मार्च किया।
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कुछ क्षण का मौन रखा और शांति की अपील की। जॉर्ज फ्लॉयड के परिवार के लिए स्थानीय चर्च के एक पादरी ने प्रार्थना भी की। इस प्रदर्शन में जॉर्ज फ्लॉयड के परिवार के 16 सदस्यों के अलावा कई राजनेता और स्थानीय कलाकार भी मौजूद रहे। दरअसल, अमेरिका के मिनेपॉलिस शहर में अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पिछले सोमवार को पुलिस हिरासत में मौत हो गयी थी। फ्लॉयड पर नकली बिल के जरिये भुगतान करने का आरोप था। एक वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में काफी नाराजगी है। इस वीडियो में एक श्वेत पुलिस अधिकारी जॉर्ज फ्लॉयड नाम के एक निहत्थे अश्वेत व्यक्ति की गर्दन पर घुटना टेककर उसे दबाता दिखता है। इसके कुछ ही मिनटों बाद 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गयी थी।
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वीडियो में देखा जा सकता है कि जॉर्ज और उनके आस-पास खड़ लोग पुलिस अधिकारी से उन्हें छोड़ने का अनुरोध कर रहे हैं। जॉर्ज की गर्दन पर घुटना रखने वाले डेरेक शॉविन नामक पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उस पर हत्या के आरोप लगाए गए हैं। इस घटना के संबंध में अब तक चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जा चुका है। जार्ज की मौत के विरोध में अमेरिका के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जिसको देखते हुए कई जगह कर्फ्यू भी लगाया गया है।