राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के एक दिन बाद राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को कहा, हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारी लड़ाई हमारी अपनी है। दिग्विजय से असहमति जताते हुए सिब्बल ने यह भी कहा, हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है।
कपिल सिब्बल ने पिछले वर्ष कांग्रेस का छोड़ा था दामन
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। दिग्विजय ने राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय प्रसारणकर्ता ‘डॉयचे वैले’ के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संपादक रिचर्ड वाकर का आभार जताया था।
सिब्बल ने अपने ट्वीट पर क्या लिखा
सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, दिग्विजय सिंह : भारत में लोकतंत्र से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए बर्लिन का शुक्रिया।’ मेरी राय : हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और उसमें हम एक साथ हैं।
Digvijaya Singh :
Thanked Berlin for ” taking note of how democracy is being compromised in India”My thought :
We don’t need crutches to walk ahead
We don’t need endorsements from abroadOur fight is our own and in that we are together
— Kapil Sibal (@KapilSibal) March 31, 2023
जर्मनी के समर्थन पर दिग्विजय क्या दी प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने के बाद विपक्षी पार्टी पर ‘भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने’ का आरोप लगाया था। वहीं, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा था कि उसका दृढ़ विश्वास है कि भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को अपने लोकतंत्र को उत्पन्न खतरों से खुद निपटना होगा। पार्टी ने भाजपा पर अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया था।
Thank you Germany Foreign Affairs Ministry and Richard Walker @rbsw for taking note of how the Democracy is being compromised in India through persecution of @RahulGandhi https://t.co/CNy6fPkBi3
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 30, 2023