विश्व में जब 2020 में कोविड-19 आया तो उस समय बड़ी सख्या में छात्र-छात्राएं ओऱ अनेक लोग अपने निवास स्थान के लिए प्रस्थान करने लग गए थे। एक ऐसा ही मामला चीन की तरफ से था । दरअसल, चीन में पढ़ रहे भारतीए छात्रों को कोरोना की वजह से अपनी पढ़ाई को छोड़कर अपने वतन भारत के लिए ओर रवाना हो गए थे । लेकिन जब स्थिति पहले की तरह समान्य हो गई थी तो चीन ने भारतीए छात्रों को अपने देश में पढ़ाई के लिए मना कर दिया था इसलिए भारत ने चीन के साथ बातचीत करके इस मुद्दें को सुलझा दिया था । इसलिए अब चीन ने भारतीए छात्रों पर लगाए वीजा पर पांबिदयों को पूरी तरह से हटा दिया हैं। हालांकि, चीन ने यह साफ कर दिया है कि अब वह अपनी पढ़ाई को पूरा करने हमारे देश में आ सकते हैं।
भारतीए छात्रों को वापस बुलाने के लिए किया जा रहा है यह काम
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पढ़ाई के लिए चीन लौटने को लेकर भारतीय छात्रों की चिंताओं को हमारा देश अधिक महत्व देता है। हमने अन्य देशों के विद्यार्थियों के चीन लौटने की प्रक्रिया और अनुभव को भारतीय पक्षों के साथ साझा किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय विद्यार्थियों की वापसी के लिए काम शुरू हो चुका है। भारतीय पक्ष को केवल उन विद्यार्थियों की सूची प्रदान करनी है, जिन्हें वास्तव में चीन वापस आने की आवश्यकता है।’’
चीन में कर रहे थे चिकित्सा की पढ़ाई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले आई खबरों के अनुसार 23,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थी, जिनमें से ज्यादातर चीनी कॉलेजों में चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे हैं, स्वदेश लौटने के बाद भारत में फंस गए हैं। ये विद्यार्थी दिसंबर, 2019 में चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद स्वदेश लौट आये थे। चीनी सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण वे चीन वापस नहीं आ पाये थे।