लाहौर : मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने आम चुनाव में मतदान के बाद लोगों से अपील की कि वे ‘पाकिस्तान की विचारधारा’के लिए मतदान करें। सईद का बेटा और दामाद भी आम चुनाव में भागीदारी कर रहे हैं। सईद ने लाहौर के वफाकी कॉलोनी में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। देश में बड़ी संख्या में इस्लामी कट्टरपंथियों के चुनाव लड़ने को लेकर चिंता है। हाफिज सईद के प्रतिबंधित जमात-उद दावा की सियासी इकाई मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने अल्लाह-उ-अकबर तहरीक (एएटी) नाम की पार्टी से अपने 260 प्रत्याशियों को राष्ट्रीय एवं प्रांतीय चुनावों में उतारा है।
हाफिज सईद का बेटा हाफिज तलहा सईद सरगोधा से एनए-91 से चुनाव लड़ रहा है। यह जमात-उद दावा नेता का गृहनगर है जो लाहौर से करीब 200 किलोमीटर दूर है। हाफिज सईद का दामाद खालिद वलीद पीपी-167 से प्रत्याशी है। ये उम्मीदवार एएटी के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एमएमएल का पंजीकरण करने से इनकार कर दिया है। मतदान करने के बाद हाफिज सईद ने संवाददाताओं से कहा कि लोगों को घरों से बाहर आकर ‘पाकिस्तान की विचारधारा’के लिए मतदान करना चाहिए।
उसने कहा, ‘‘मेरी तमन्ना है कि यह चुनाव देश के लिए उपयोगी साबित हो।’’उसने लोगों से ‘कुर्सी’ के लिए मतदान करने की अपील की जो एएटी का चुनाव चिन्ह है। जमात-उद दावा को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। आतंकी गतिविधियों के लिए अमेरिका ने सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।