दुनियाभर में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया में अबतक 8 लाख से भी ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं और करीब 38 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसीबीच, पाकिस्तान में कोरोना वायरस के प्रकोप को बढ़ता देख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरानकोरोना ने इस महामारी से निपटने के लिए कोरोना वायरस रिलीफ फंड बनाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इस फंड में धन देने वाले से उसके धन का स्रोत नहीं पूछा जाएगा।
इमरान ने इसके साथ ही टाइगर फोर्स बनाने का भी ऐलान किया। इस फोर्स में युवा होंगे और अगर देश भर में लॉकडाउन की नौबत आती है तो इनकी मदद गरीब लोगों के घरों तक राशन पहुंचाने में ली जाएगी। इसके लिए युवाओं ने अपना पंजीकरण कराना शुरू भी कर दिया है। इमरान ने सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में यह ऐलान किया। उन्होंने कहा, मैं कोरोना वायरस रिलीफ फंड बनाने का ऐलान कर रहा हूं। पहली अप्रैल से नेशनल बैंक आफ पाकिस्तान में इसका का खाता खुल जाएगा। इसमें धन देने वाले से उसके धन का स्रोत नहीं पूछा जाएगा लेकिन अगर कोई टैक्स छूट चाहेगा तो उसे स्रोत बताना होगा।
इमरान खाने ने देश में संपूर्ण लॉकडाउन की स्थिति में गरीब घरों तक खाना पहुंचाने के लिए युवाओं की टाइगर फोर्स बनाने की भी घोषणा की और इस सिलसिले में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए लॉकडाउन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 21 दिन का लॉकडाउन करने पर माफी मांगी है क्योंकि उन्होंने ‘जनता, विशेषकर गरीबों पर पड़ने वाले इसके असर को लेकर कोई योजना नहीं बनाई।
इमरान ने लोगों से कहा, भारत में इस समय समस्या यह हो गई है कि अगर लॉकडाउन वापस लेते हैं तो वायरस फैलने का खतरा है और अगर लॉकडाउन जारी रहता है तो गरीबों के भूखे मरने का खतरा है। लॉकडाउन सफल नहीं हो सकता अगर हम गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाने की व्यवस्था नहीं कर सके तो। इमरान ने कहा कि आस्था और युवा शक्ति के बल पर देश कोरोना को हराने में कामयाब हो जाएगा।