श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि वह ईस्टर रविवार विस्फोट कांड की जांच कर रही संसदीय समिति के समक्ष हाजिर होंगे और इससे जुड़ी जो जानकारी उनके पास है, उसे मुहैया कराया जायेगा। इस घटना में 258 लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय खबरों में यह जानकारी दी गई है।
प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी तब की जब उनकी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरूवार को गिर गया। इसमें आरोप लगाया गया था कि सरकार को भारत से इस हमले को लेकर खुफिया जानकारी मिली थी पर वह ईस्टर के दिन हुये इस बम कांड को रोकने में विफल रही। इस प्रस्ताव को मार्क्सवादी जनाथा विमुक्ति पेरामुना ने रखा था। दो दिन की बहस के बाद यह प्रस्ताव 92 के मुकाबले 119 मतों से गिर गया था।
विक्रमसिंघे ने एक बयान में कहा कि सरकार हमले के पीछे के सच का पता लगायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार देश के पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवन देने के लिए आवश्यक कदम उठायेगी। इस हमले की वजह से देश का पर्यटन उद्योग खासा प्रभावित हुआ है। आईएस ने इस हमले की जिम्मदारी ली है पर सरकार ने इसका दोषारोपण स्थानीय अतिवादी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) पर किया है।