भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल का शुभारंभ किया। इसके साथ ही एक विशेष समारोह के दौरान न्यू यॉर्क सिटी के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सोमवार से भारत का गौरव तिरंगा फहराने लगा।
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का स्वागत करते हुए कहा कि हम एक शांतिपूर्ण, सुरक्षित भारत-प्रशांत के लिए साझा हितों पर काम करने के लिए तत्पर है। एक ट्वीट में, ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स (SCA) ने लिखा, “एक नया साल पुराने दोस्तों और भागीदारों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए नए अवसर लाता है।”
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इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा, यह मेरे देश के लिए और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा, भारत सुरक्षा परिषद में मानवता के छठे हिस्से का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत बहुपक्षवाद, कानून का शासन, एक निष्पक्ष और न्यायसंगत अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली और शांति, सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक हम लोकतंत्र, बहुलवाद और मौलिक अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर एक साथ खड़े हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले साल यूएनजीए में दिए गए भाषण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, भारत विकासशील देशों के लिए एक आवाज बनेगा।
भारत अगस्त 2021 में और फिर 2022 में यूएनएससी की अध्यक्षता करेगा। यूएनएससी की अध्यक्षता प्रत्येक सदस्य द्वारा एक महीने के लिए की जाती है। भारत के अलावा आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको और नॉर्वे गैर-स्थायी सदस्य के रूप में यूएनएससी में शामिल हुए।