नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने बृहस्पतिवार को देश के नये राजनीतिक नक्शे को बदलने वाले संविधान संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए जिसमें रणनीतिक महत्व वाले तीन भारतीय क्षेत्रों को शामिल किया गया है। कुछ समय पहले ही भारत के विरोध के बावजूद नेपाल की संसद ने इसे मंजूरी प्रदान की थी।
हिमालयन टाइम्स की खबर के अनुसार राष्ट्रपति भंडारी ने नेपाल के संविधान दूसरा संशोधन विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी। अखबार ने लिखा, ‘‘उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 274 (10) में संशोधन वाले विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी। इसके साथ नये नक्शे को लागू करने की प्रक्रिया आधिकारिक रूप से पूरी हो गई है।’’
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नेपाल की ‘कोट ऑफ आर्म्स’ अब नये नक्शे में लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी क्षेत्रों को शामिल करेगी। भारत ने इन क्षेत्रों पर नेपाल के दावे को अस्वीकार्य और कृत्रिम रूप से बढ़ा-चढ़ाकर रखा गया बताया है।
नेपाल ने पिछले महीने देश का संशोधित राजनीतिक और प्रशासनिक नक्शा जारी किया था। नेपाली संसद के निचले सदन के बाद आज उच्च सदन ने भी संविधान संशोधन विधेयक को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान कर दी।