चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्लेस ने सोमवार को कहा कि भारत आस्ट्रेलिया का ‘सबसे करीबी’ सुरक्षा साझेदारों में से एक है तथा आस्ट्रेलिया मुक्त एवं समावेशी हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए उसके साथ निकटता से काम करने को इच्छुक है। पिछले महीने आस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस की मध्य-वाममार्गी लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद यह आस्ट्रेलिया के किसी उच्च स्तरीय नेता की पहली भारत यात्रा है। लेबर पार्टी संसदीय चुनाव में स्कॉट मैरीसन के रूढ़िवादी गठबंधन को पराजित कर सत्ता में आयी।
आस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री मार्लेस ने कहा
आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री मार्लेस ने कहा कि नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था से दशकों के दौरान हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि आयी लेकिन अब उस पर दबाव महूसस किया जा रहा है। उनका इशारा इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे की ओर था। मार्लेस का 20-23 जून के दौरान वर्तमान भारत यात्रा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ व्यापक बातचीत का कार्यक्रम है।
आस्ट्रेलिया एवं भारत समग्र सामरिक साझेदार हैं
आस्ट्रेलिया सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार मार्लेस ने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया एवं भारत समग्र सामरिक साझेदार हैं। मैं आस्ट्रेलिया की रक्षा तथा भारत के साथ सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध हूं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपने समकक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने तथा अपनी पहली रक्षा मंत्री बैठक करने के लिए आशान्वित हूं
आस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री मार्लेस ने कहा
आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री मार्लेस ने कहा कि नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था से दशकों के दौरान हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि आयी लेकिन अब उस पर दबाव महूसस किया जा रहा है। उनका इशारा इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे की ओर था। मार्लेस का 20-23 जून के दौरान वर्तमान भारत यात्रा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ व्यापक बातचीत का कार्यक्रम है।
आस्ट्रेलिया एवं भारत समग्र सामरिक साझेदार हैं
आस्ट्रेलिया सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार मार्लेस ने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया एवं भारत समग्र सामरिक साझेदार हैं। मैं आस्ट्रेलिया की रक्षा तथा भारत के साथ सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध हूं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपने समकक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने तथा अपनी पहली रक्षा मंत्री बैठक करने के लिए आशान्वित हूं